हॉग ने कहा, भारत के पास विश्व कप जीतने लायक गेंदबाज नहीं

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज रोडनी हॉग का मानना है कि भारत के पास विश्व कप क्रिकेट के खिताब का बचाव करने के लायक गेंदबाजी आक्रमण नहीं है और उसके गेंदबाजी विभाग में केवल उमेश यादव ही अच्छा गेंदबाज है. अपने करियर में 123 टेस्ट और 85 वनडे विकेट लेने वाले 63 वर्षीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2015 5:59 PM

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज रोडनी हॉग का मानना है कि भारत के पास विश्व कप क्रिकेट के खिताब का बचाव करने के लायक गेंदबाजी आक्रमण नहीं है और उसके गेंदबाजी विभाग में केवल उमेश यादव ही अच्छा गेंदबाज है.

अपने करियर में 123 टेस्ट और 85 वनडे विकेट लेने वाले 63 वर्षीय हॉग ने कहा, मैं भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण से बिल्कुल प्रभावित नहीं हूं और मुझे नहीं लगता कि इस तरह के गेंदबाजी आक्रमण के चलते वे इस बार विश्व कप खिताब बरकरार रख सकते हैं. उन्होंने कहा, विश्व कप जीतने के लिये मेरी पसंदीदा टीम दक्षिण अफ्रीका है क्योंकि उनके पास दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज डेल स्टेन और सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज एबी डिविलियर्स है.

अस्सी के दशक के तेज गेंदबाज हॉग ने कहा, भारत के पास बहुत अधिक तेज गेंदबाज नहीं हैं और मेरे तेज कहने का मतलब बेहद तेज हैं. ऐसी तेजी जिससे विश्व क्रिकेट का कोई भी बल्लेबाज खौफ खाये. स्टेन और मिच (मिशेल जानसन) जो कर सकते हैं, मुझे नहीं लगता कि कोई भारतीय गेंदबाज वैसा कर पाएगा. मुझे नहीं लगता कि आफ स्टंप की लाइन वाली गेंदबाजी कारगर साबित होगी.
उन्होंने कहा, भारत के पास मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा जैसे गेंदबाज हैं जो न्यूजीलैंड की परिस्थितियों में कामयाब हो सकते हैं. वहां की परिस्थितियां भी वैसी ही हैं जैसी भारत को 1983 में इंग्लैंड में मिली थी. उनके पास उन परिस्थितियों के लिये मध्यम गति के गेंदबाज थे. लेकिन वे ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर नहीं चल सकते. हां, रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा सिडनी या एडिलेड में सफल हो सकते हैं.
हॉग ने कहा, भारतीय गेंदबाजों में मुझे केवल यादव पसंद है. वह अपनी तेजी से बल्लेबाजों को हैरान कर सकता है. लेकिन किसी को उसे यह बताना होगा कि उसे पहले सटीक गेंदबाजी करनी सीखनी होगी. वह (यादव) सीधी और तेज गेंद फेंक सकता है. उसके कंधे चौडे हैं जैसे कि तेज गेंदबाजी के लिये होने चाहिए और उसे इनका पूरा उपयोग करना चाहिए.
किम ह्यूज के नेतृत्व में 1979 में भारतीय दौरा करने वाले विक्टोरिया के इस गेंदबाज ने कहा, एक बार वह अच्छी लय हासिल कर ले तब उसे आउटस्विंगर या इनस्विंग यार्कर करने की कोशिश करनी चाहिए. यदि वह स्विंग गेंदबाज बनना चाहता है तो फिर उसे तेज गेंदबाजी करने का विचार छोडकर कम से कम कपिल देव जैसा बनने की कोशिश करनी चाहिए.
हॉग ने पुराने जमाने के भारतीय खिलाडियों विशेषकर कपिल देव और सुनील गावस्कर की तारीफ की. उन्होंने कहा, कपिल देव हमारे जमाने में बेजोड स्विंग गेंदबाज था. वह शानदार था और गेंद को पिच कराने के लिये वह हमेशा जिस लेंथ का उपयोग करता था वह लाजवाब होती थी.
भारतीय बल्लेबाजों में मुझे लगता है कि मैं कभी सन्नी गावस्कर को आउट नहीं कर पाया. उनकी तकनीक शानदार थी. विशी (गुंडप्पा विश्वनाथ) भी बेहतरीन बल्लेबाज था. उन्होंने कहा, एक और बल्लेबाज मुझे याद है. वह सलामी बल्लेबाज चौहान था. (उन्हें चेतन चौहान का पहला नाम याद नहीं था. ) चौहान का डिफेन्स शानदार था.

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