भारत ने दक्षिण अफ्रीका पर अप्रत्याशित जीत दर्ज की

मेलबर्न :भारत ने आज मेलबर्न में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप के दूसरे लीग मैच में इतिहास रच दिया है. दक्षिण अफ्रीका को महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई में मैदान पर उतरी टीम इंडिया ने 130 रन से हरा दिया और मैच पर कब्‍जा कर लिया. इस जीत के साथ ही भारत ने विश्व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2015 5:47 AM
मेलबर्न :भारत ने आज मेलबर्न में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप के दूसरे लीग मैच में इतिहास रच दिया है. दक्षिण अफ्रीका को महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई में मैदान पर उतरी टीम इंडिया ने 130 रन से हरा दिया और मैच पर कब्‍जा कर लिया. इस जीत के साथ ही भारत ने विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार के सि‍लसिले को तोड़ दिया है्. इससे पहले विश्व कप में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन बार भिड़ंत हुई, जिसमें तीनों मुकाबले में भारत को हार का मुंह देखना पड़ा था.
शिखर धवन की कैरियर की सर्वश्रेष्ठ शतकीय पारी की मदद से भारत ने आज विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका पर पहली जीत दर्ज करते हुए उसे 130 रन से हराया जो क्रिकेट के इस महासमर में उसकी सबसे बडी हार है.
धवन के 146 गेंद में 137 रन और अजिंक्य रहाणे के 60 गेंद में 79 रन की मदद से भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 307 रन बनाये थे. जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 40 . 2 ओवर में 177 रन पर आउट हो गई. विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अब तक खेले गए चार मैचों में भारत की यह पहली जीत है. भारत के लिये स्पिनर आर अश्विन ने 10 ओवर में 41 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा को दो दो विकेट मिले. दक्षिण अफ्रीका के लिये फाफ डु प्लेसिस : 55 : को छोडकर कोई बल्लेबाज अच्छी पारी नहीं खेल सका.
इससे पहले भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप में अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप में उसका सर्वाधिक स्कोर 296 रन था जो 2011 में उसने नागपुर में बनाया था. डैथ ओवरों में हालांकि भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और आखिरी 39 गेंद में भारत ने 46 रन बनाकर पांच विकेट गंवाये. धवन ने अपना सातवां वनडे शतक जडते हुए 16 चौके और दो छक्के लगाये. विश्व कप में किसी भी बल्लेबाज का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह सर्वोच्च स्कोर हैधवन ने 2013 चैम्पियंस ट्राफी में भी कार्डिफ में खेले गए मैच में इसी टीम के खिलाफ शतक जडा था. भारतीय शीर्षक्रम ने एक बार फिर उम्दा प्रदर्शन किया. धवन और विराट कोहली ने दूसरे विकेट के लिये 127 रन जोडे. पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में शतक जमाने वाले कोहली ने 60 गेंद में 46 रन बनाये. लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने उन्हें शार्ट मिडविकेट पर फाफ डु प्लेसिस के हाथों लपकवाया.
रहाणे ने पाकिस्तान के खिलाफ नाकाम रहने का गम भुलाते हुए बेहतरीन बल्लेबाजी की. उन्होंने धवन के साथ तीसरे विकेट के लिये 16 . 3 ओवर में 125 रन की साङोदारी की. अपनी पारी में उन्होंने सात चौके और तीन छक्के लगाये.धवन ने अपनी पारी में कई खूबसूरत स्ट्रोक्स लगाये. मेलबर्न वैसे भी उनका दूसरा घर है क्योंकि भारतीय टीम के साथ दौरे पर नहीं होने पर वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ यही रहते हैं.
उन्हें 52 के स्कोर पर जीवनदान भी मिला जब परनेल की गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट पर हाशिम अमला ने उनका कैच टपकाया. उन्होंने परनेल को ही चौका जडकर अपना शतक पूरा किया. इसके बाद हेलमेट उतारकर बल्ला उपर उठाकर उन्होंने पंख की तरह हाथ फैलाते हुए इसका जश्न मनाया.
धवन ने पहला छक्का स्टेन को लगाया जबकि दूसरा मोर्कल को जडा. रहाणे ने भी स्टेन को लांग आफ पर छक्का जडा.दक्षिण अफ्रीका के लिये स्टेन ने आखिरी ओवर में चार खाली गेंदें फेंकी. उन्होंने 10 ओवर में 55 रन देकर एक विकेट लिया जबकि मोर्नी मोर्कल ने नौ ओवर में 59 रन देकर दो विकेट चटकाये. परनेल ने नौ ओवर में 85 रन देकर एक विकेट लिया.
सचिन ने देखा मैच
दुनिया के सबसे सफलतम बल्‍लेबाज और क्रिकेट के भगवान के नाम से मशहूर मास्‍टर ब्‍लास्‍टर सचिन तेंदुलकर भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे मैच को देखने के लिए मैदान पर पहुंच चुके हैं. सचिन भारतीय टीम के प्रत्‍येक शॉट पर ताली बजाकर हौसला बढ़ा रहे हैं.
दोनों टीमों की नजरें तालिका में शीर्ष पर
टूर्नामेंट में लीग चरण के मैच हालांकि बहुत अधिक महत्व नहीं रखते हैं लेकिन इस मैच का विजेता ग्रुप बी में शीर्ष पर पहुंच सकता है और इसलिए दोनों टीमें इसमें कोई कसर नहीं छोडेंगी. एमसीजी पर होने वाले इस मैच में डिविलियर्स की अगुवाई वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम को धौनी के नेतृत्व वाली युवा टीम के सामने जीत का दावेदार माना जा रहा है. यदि खिलाडियों की बात की जाये तो दक्षिण अफ्रीकी टीम काफी मजबूत नजर आती है. जिंबाब्वे के खिलाफ जीत में दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज नहीं चल पाये थे लेकिन जेपी डुमिनी और डेविड मिलर ने पासा पलटने में अहम भूमिका निभायी.

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