किस्मत वाले हैं शिखर धवन : माइकल होल्डिंग

सिडनी : क्रिकेट विश्व कप में शिखर धवन के शानदार प्रदर्शन के लिए उनसे कोई श्रेय नहीं छीनते हुए वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि बायें हाथ का यह सलामी बल्लेबाज भाग्यशाली है कि उसके आस-पास समझदार लोग हैं जो अच्छे मेंटर की भूमिका निभा सकते हैं. त्रिकोणीय श्रृंखला में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2015 6:37 PM

सिडनी : क्रिकेट विश्व कप में शिखर धवन के शानदार प्रदर्शन के लिए उनसे कोई श्रेय नहीं छीनते हुए वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि बायें हाथ का यह सलामी बल्लेबाज भाग्यशाली है कि उसके आस-पास समझदार लोग हैं जो अच्छे मेंटर की भूमिका निभा सकते हैं.

त्रिकोणीय श्रृंखला में खराब फार्म से गुजरने के बाद धवन ने विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 73 रन की पारी खेलकर वापसी की और बाद में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 137 रन बनाकर भारत को पूल बी में दो मैचों में दूसरी जीत दिलाई. होल्डिंग ने कहा कि कोच डंकन फ्लेचर, टीम निदेशक रवि शास्त्री और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी जैसे लोगों से हमेशा धवन जैसी युवा प्रतिभाओं को निखरने में बड़ी मदद मिलती है.

होल्डिंग ने कहा, मुझे लगता है कि शिखर धवन जैसे लोगों के लिए बडी सकारात्मक चीज ये है कि आपके आस पास कुछ काफी समझदार लोग हैं. कोच डंकन फ्लेचर, प्रबंधन की भूमिका निभा रहे रवि शास्त्री और एमएस धौनी. मुझे नहीं लेगता कि वे ऐसे लोग हैं जो डर जाते हैं. और वे क्रिकेटरों को जानते हैं, वे क्रिकेटरों की क्षमता को जानते हैं और वे उन्हें मौका देखकर खुश हैं.
होल्डिंग ने कहा, इस तरह की चीजों ने शिखर धवन जैसे लोगों को मदद मिलती है और अन्य खिलाडियों को भी जो टीम में आते हैं और उन्हें तुरंत सफलता नहीं मिलती. या जिन्हें सफलता मिली हो और फिर वह बुरे दौर से गुजर रहे हों. इस पूर्व तेज गेंदबाज ने इसके अलावा भारत के गेंदबाजों ने भी तारीफ की जिन्होंने अब तक दोनों मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है.
रविवार को हुए मुकाबले में एबी डिविलियर्स की टीम ने कुछ अहम कैच टपकाए जबकि भारत दो रन आउट करते हुए क्षेत्ररक्षण में बेहतर टीम साबित हुआ. होल्डिंग क्षेत्ररक्षण में भारत के बेहतर होने से हैरान हैं विशेषकर दक्षिण अफ्रीका जैसी शीर्ष टीम के खिलाफ.
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने होल्डिंग ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो पिछले छह, सात साल में भारत 15 साल पहले की तुलना में कहीं बेहतर क्षेत्ररक्षण टीम बना है. और ऐसा अधिकतर नहीं होता कि कोई टीम क्षेत्ररक्षण में दक्षिण अफ्रीका से बेहतर हो.

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