विश्वकप में भारत की लगातार चौथी जीत
पर्थ : मोहम्मद शमी की अगुवाई में गेंदबाजों के जानदार प्रदर्शन और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की फिनिशर के रुप में एक और अच्छी पारी से भारत ने बल्लेबाजों के लिये मुश्किल पैदा करने वाली वाका की तेज और उछाल लेती पिच पर ग्रुप बी के कम स्कोर वाले मैच में आज यहां वेस्टइंडीज को […]
पर्थ : मोहम्मद शमी की अगुवाई में गेंदबाजों के जानदार प्रदर्शन और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की फिनिशर के रुप में एक और अच्छी पारी से भारत ने बल्लेबाजों के लिये मुश्किल पैदा करने वाली वाका की तेज और उछाल लेती पिच पर ग्रुप बी के कम स्कोर वाले मैच में आज यहां वेस्टइंडीज को चार विकेट से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया.
वाका की उछाल भरी पिच पर जैसन होल्डर के टास जीतकर पहले बल्लेबाजी के फैसले के बाद भारतीय गेंदबाजों ने शुरु से दबदबा बना दिया. वेस्टइंडीज के बल्लेबाज किसी भी समय मैच में नहीं दिखे और उसकी पूरी टीम 44.2 ओवर में 182 रन पर सिमट गयी. नौवें नंबर के बल्लेबाज होल्डर (57) के अर्धशतक से ही वह कुछ सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाया.
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लिये तेजी और उछाल से सामंजस्य बिठाना आसान नहीं रहा. जब स्कोर 107 रन था तब आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी लेकिन धौनी ने एक छोर संभाले रखा और 56 गेंद पर 45 रन बनाये और विश्व कप में टीम का विजय अभियान बरकरार रखा. भारत ने 39.1 ओवर में छह विकेट पर 185 रन बनाये.
भारत ग्रुप बी से क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गया. उसके चार मैच में आठ अंक हो गये है. उसे अब आयरलैंड और जिम्बाब्वे जैसी कमजोर टीमों से खेलना है. दूसरी तरफ वेस्टइंडीज के लिये अंतिम आठ में पहुंचने की राह मुश्किल हो गयी है. उसे अब यूएई के खिलाफ अपने अंतिम लीग मैच में बडे अंतर से जीत दर्ज करने के साथ बाकी मैचों में अनुकूल परिणाम की भी दुआ करनी होगी.
भारत के लिये जीत की नींव गेंदबाजों ने रखी. फिट होकर अंतिम एकादश में जगह बनाने वाले शमी (आठ ओवर में 35 रन देकर तीन विकेट) ने बेहतरीन गेंदबाजी की तथा शुरु से अपनी तेजी और उछाल से बल्लेबाजों को परेशान किया. उनका पहला स्पैल घातक था. उन्होंने ड्वेन स्मिथ (छह) और विस्फोटक क्रिस गेल (21) को आउट करके भारतीय टीम का पलडा भारी कर दिया.
शमी को उमेश यादव (दस ओवर में 42 रन देकर दो विकेट), मोहित शर्मा (35 रन देकर एक विकेट), रविचंद्रन अश्विन (38 रन देकर एक विकेट) और रविंद्र जडेजा (27 रन देकर दो विकेट) का अच्छा साथ मिला. वेस्टइंडीज इनके सामने दूसरे दर्जे की टीम लग रही थी.
वेस्टइंडीज के लिये इस मैच में सकारात्मक पहलू यही रहा कि उसने कम स्कोर होने के बावजूद भारत को पूरी तरह से एकतरफा जीत दर्ज नहीं करने दी. भारतीय सलामी बल्लेबाज इस बार अच्छी शुरुआत नहीं दे पाये और सातवें ओवर तक शिखर धवन (नौ) और रोहित शर्मा (सात) दोनों पवेलियन लौट गये थे.
विश्व कप में फार्म में वापसी करने वाले धवन आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे. उन्होंने जेरोम टेलर (33 रन देकर दो विकेट) की कोण लेती गेंद पर बल्ला भिडा दिया और डेरेन सैमी ने दूसरी स्लिप में उसे कैच कर दिया. टेलर ने रोहित को भी खूबसूरत गेंद पर पवेलियन भेजा जो उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर दिनेश रामदीन के दस्तानों में समायी.
एक पत्रकार के लिये अपशब्द कहने के कारण विवादों में रहे विराट कोहली (33) और अंजिक्य रहाणे (14) ने अगले आठ ओवर तक विकेट नहीं गिरने दिया लेकिन कैरेबियाई गेंदबाजों ने लगातार शार्ट पिच गेंदों से इनकी परीक्षा ली. दोनों ने शाट लगाने के लिये ढीली गेंदों का इंतजार किया.
आंद्रे रसेल (43 रन देकर दो विकेट) जब आक्रमण पर आये तो उनका मकसद साफ दिख रहा था. अधिक से अधिक शार्ट पिच गेंद करना. उनकी ऐसी ही गेंद पर कोहली ने पुल किया लेकिन वह उनके बल्ले का उपरी किनारा लेकर लांग लेग पर खडे मर्लोन सैमुअल्स के पास चली गयी. रहाणे को केमार रोच (44 रन देकर एक विकेट) ने आउट किया. उनकी गेंद बल्ले को चूमती हुई रामदीन के पास पहुंची थी. रहाणे ने रेफरल लिया लेकिन तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला बने रहने दिया.
सुरेश रैना ने 22 रन बनाये लेकिन उन्हें शुरु से शार्ट पिच गेंदों से जूझना पडा लेकिन उन्होंने ड्वेन स्मिथ (22 रन देकर एक विकेट) की साधारण सी दिख रही गेंद पर विकेट के पीछे कैच दिया. जडेजा (13) ने भी शार्ट पिच गेंद पर गलत टाइमिंग से पुल करके विकेट गंवाया.
इसके बाद होल्डर की कप्तानी में अपरिपक्वता साफ दिखी. उन्होंने भारत पर दबाव बनाने के बजाय पांचवें गेंदबाज की कमी पूरी करने पर अधिक ध्यान दिया जिससे धोनी और अश्विन (नाबाद 16) का काम आसान हो गया. जब बहुत कम रन बचे थे तब भी उन्होंने अपने तेज गेंदबाजों को गेंद नहीं सौंपी. धौनी ने विजयी चौका जमाया.
इससे पहले भारत ने खतरनाक गेल को आउट करने के लिये अपनी रणनीति पर अच्छी तरह से अमल किया. गेल ने अतिरिक्त उछाल वाली दो गेंदों पर शॉट लगाये लेकिन थर्ड मैन में उन्हें कैच नहीं किया जा सका. उन्होंने 18वीं गेंद में अपना पहला चौका लगाया. गेल ने शमी पर मिड आन पर भी चौका जडा और यादव की गेंद डीप मिडविकेट पर छक्के के लिये भेजी.
अपने सलामी जोडीदार स्मिथ और मर्लोन सैमुअल्स (2) के आउट होने के बाद गेल ने कुछ जल्दबाजी दिखायी. ऐसे में धोनी ने डीप फाइन लेग के क्षेत्ररक्षक को डीप स्क्वायर लेग पर बुला दिया. उनकी यह रणनीति कारगर साबित हुई क्योंकि तब गेल और शमी के बीच अच्छा मुकाबला देखने को मिल रहा था.
मैन ऑफ द मैच शमी की एक शार्ट लेंथ गेंद को गेल ने पुल करना चाहा लेकिन वह बल्ले का उपरी किनारा लेकर हवा में लहरा गयी और मोहित ने डीप स्क्वायर लेग में कैच करने में कोई गलती नहीं की. गेल के तीसरे बल्लेबाज के रुप में आउट होने से पहले स्मिथ को शमी ने अतिरिक्त उछाल लेती गेंद पर विकेट के पीछे धौनी के हाथों कैच कराया. जब गेल को जीवनदान मिला तब सैमुअल्स का रन के लिये दौडना उनके लिये घातक साबित हुआ और वह रन आउट हो गये.
यादव ने दिनेश रामदीन (शून्य) को फुललेंथ गेंद पर बोल्ड किया जिससे स्कोर चार विकेट पर 35 रन हो गया. बायें हाथ के बल्लेबाज जोनाथन कार्टर (21) और लेंडल सिमन्स (नौ) ने पांचवें विकेट के लिये 32 रन जोडे. मोहित ने सिमन्स को डीप फाइन लेग पर यादव के हाथों कैच कराकर यह साझेदारी तोडी.
अश्विन ने कार्टर को स्वीप शॉट खेलने का मजा चखाया जबकि आंद्रे रसेल (आठ) ने मोहित पर छक्का जडने के बाद डीप मिडविकेट पर विराट को कैच थमाया. युवा होल्डर ने जीजान लगायी और लगातार दूसरे मैच में अर्धशतक जडा. सैमी (26) के आउट होने से वेस्टइंडीज का स्कोर आठ विकेट पर 124 रन पर था जिसके बाद होल्डर ने टेलर (11) के साथ नौवें विकेट के लिये 51 रन जोडे. होल्डर ने अपनी 64 गेंद की पारी में चार चौके और तीन छक्के लगाये.