शमी और यादव की मेरी सफलता में अहम भूमिका : मोहित शर्मा

हैमिल्टन : विश्वकप क्रिकेट में सभी को अपनी गेंदबाजी से मुरीद बना लेने वाले मोहित शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय नयी गेंद संभालने वाले मोहम्मद शमी और उमेश यादव को जाता है जिन्होंने विरोधी बल्लेबाजों पर काफी दबाव बनाया. मोहित ने चार मैचों में छह विकेट लिये लेकिन भारतीय गेंदबाजों में उनका इकानामी रेट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2015 12:13 PM

हैमिल्टन : विश्वकप क्रिकेट में सभी को अपनी गेंदबाजी से मुरीद बना लेने वाले मोहित शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय नयी गेंद संभालने वाले मोहम्मद शमी और उमेश यादव को जाता है जिन्होंने विरोधी बल्लेबाजों पर काफी दबाव बनाया. मोहित ने चार मैचों में छह विकेट लिये लेकिन भारतीय गेंदबाजों में उनका इकानामी रेट सबसे कम 3 . 90 रहा.

उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा , शमी और उमेश भाई जिस तरह से गेंदबाजी कर रहे हैं, उससे मुझे काफी मदद मिल रही है. वे बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे हैं और विरोधी टीम पर काफी दबाव बना देते हैं. मेरा काम उस दबाव को बरकरार रखना है ताकि बाद में अश्विन और जडेजा को फायदा हो. उन्होंने कहा , इससे मुझे काफी मदद मिल रही है क्योंकि बल्लेबाज पहले ही से दबाव में रहते हैं. मेरा काम अपनी क्षमता के अनुरूप सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करना है जो मैं पिछले 10 साल से कर रहा हूं. मोहित ने शार्टपिच गेंदों पर विकेट लिये हैं और उनका मानना है कि उनके बाउंसर्स की रफ्तार से कई बल्लेबाज हैरान रह गये.
उन्होंने कहा , किसी ने सोचा नहीं था कि मेरे बाउंसर इतने तेजी से आयेंगे. मेरे लिये यह फायदेमंद है क्योकि मेरे बाउंसर्स से बल्लेबाज चकमा खा जाते हैं और गलती करने पर मजबूर हो जाते हैं. मुझे बाउंसर पर चौके छक्के भी पड़े हैं लेकिन यह चलता है. रोहतक के इस गेंदबाज ने स्वीकार किया कि गेंदबाज एक ईकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी सुधार की काफी गुंजाइश है. मोहित ने कहा ,अच्छे प्रदर्शन की कोई सीमा नहीं है. हमें यह ध्यान में रखना होगा कि अभी हमें दबाव के हालात का सामना नहीं करना पडा है. हमें स्लाग ओवरों में गेंदबाजी नहीं करनी पड़ी है. उन्होंने यह भी कहा कि सेडन पार्क मैदान एडीलेड ओवल, एमसीजी और वाका से छोटा होने के कारण गेंदबाजों को अपनी लैंग्थ में बदलाव करना होगा.
उन्होंने कहा , बड़े मैदानों पर खेलने के बाद छोटे मैदानों पर खेलते समय फर्क महसूस होता ही है. आपको अपनी लाइन बदलनी पड़ती है लेकिन मैदान के आकार के बारे में ज्यादा सोचने का कोई मतलब नहीं है. मोहित ने कहा , दोनों टीमों के लिए यह समान है. आपको अपनी ताकत पर फोकस करके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की कोशिश करनी होगी. ईशांत शर्मा के चोटिल होने पर टीम में शामिल किये गये मोहित ने कहा कि त्रिकोणीय एक दिवसीय श्रृंखला के दौरान पर्थ में बिताये गये समय का उन्हें फायदा मिला.
उन्होंने कहा , मुझे नहीं लगता कि अनुकूलन के लिये मुझे कम समय मिला था. मैं त्रिकोणीय श्रृंखला का हिस्सा था जिससे मुझे हालात को भांपने में मदद मिली.

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