चंडीगढ: महान क्रिकेटर कपिल देव ने अपने कोच द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त देशप्रेम आजाद के निधन पर कहा कि उन्होंने अपना गुरु और करीबी दोस्त खो दिया.
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता. यह काफी कठिन है. उन्होंने खेल को बहुत कुछ दिया और कई क्रिकेटरों के कैरियर में उनकी अहम भूमिका थी. वह मेरे दोस्त थे.’’कपिल ने कहा ,‘‘ हमें उनके काम को आगे बढाना होगा.’’20 जनवरी 1938 को अमृतसर में जन्मे आजाद का कल मोहाली के एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. उन्होंने हरियाणा, पटियाला महाराजा एकादश और दक्षिणी पंजाब के लिये 19 प्रथम श्रेणी मैच खेले. कपिल के अलावा आजाद के एक और शिष्य पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन शर्मा ने भी अपने कैरियर में कोच के योगदान को याद किया. उन्होंने कहा ,‘‘ मैं सिर्फ सात साल का था जब उनके पास आया. वह अपने स्कूटर पर मुङो बिठाकर ले जाते थे और मैं उनके मार्गदर्शन में घंटों मेहनत करता.’’
चेतन ने आजाद की उस समय की सलाह को याद किया जब 27 साल पहले पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच में उनकी आखिरी गेंद पर जावेद मियांदाद ने छक्का जड़ दिया था.