जानें, कैसे हुई शिखर धवन की फॉर्म में वापसी
मेलबर्न : विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलियाई दौरे में रन बनाने के लिये जूझने वाले शिखर धवन की फार्म में वापसी में भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने अहम भूमिका निभायी. पता चला है कि शास्त्री ने विश्व कप शुरु होने से पहले धवन के साथ लंबा समय बिताया जिससे बायें हाथ के […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
March 17, 2015 6:40 PM
मेलबर्न : विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलियाई दौरे में रन बनाने के लिये जूझने वाले शिखर धवन की फार्म में वापसी में भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने अहम भूमिका निभायी. पता चला है कि शास्त्री ने विश्व कप शुरु होने से पहले धवन के साथ लंबा समय बिताया जिससे बायें हाथ के इस बल्लेबाज को वास्तव में फायदा हुआ. धवन ने अभी तक विश्व कप में भारत की तरफ से सर्वाधिक 337 रन बनाये हैं जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल है.
भारतीय टीम के सहयोगी स्टाफ के एक सीनियर सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, विश्व कप शुरु होने से पहले रवि शास्त्री ने शिखर धवन के साथ लंबा समय बिताया और उन्हें प्रोत्साहित किया. हम लोग जिन्होंने समय समय पर रवि को खिलाडियों से बात करते हुए देखते हैं, उनके भावुक भाषणों के कायल हैं. इससे धवन को बहुत मदद मिली और सभी यह देख सकते हैं. टीम अधिकारी के अनुसार शास्त्री के प्रोत्साहित करने वाले भाषण में कुछ भी तकनीकी बारीकियां नहीं होती है.
उन्होंने कहा, रवि क्रिकेट से जुडे मसलों या खिलाड़ी की तकनीकी समस्या को लेकर बात नहीं करते. रवि ने खिलाडियों से एक बात स्पष्ट कर रखी है. टीम के साथ मुख्य कोच डंकन फ्लैचर और तीन सहायक कोच संजय बांगड, भरत अरुण और आर श्रीधर हैं. किसी भी तरह की तकनीकी समस्या का समाधान ये चारों करेंगे.
अधिकारी ने कहा, उनका काम खिलाडियों को समय देना और यह समझना है कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है. शिखर के मामले में रवि ने उनसे कहा कि उन्हें उसी तरह से बल्लेबाजी करनी चाहिए जिससे उन्होंने इतने ढेर सारे रन बनाये. टीम अधिकारी ने कहा कि मुख्य कोच फ्लैचर और गेंदबाजी कोच भरत अरुण अमूमन टीम बैठकों की अगुवाई करते हैं.
उन्होंने कहा, खिलाड़ी अमूमन टीम बैठकों में ज्यादा बातें नहीं करते. अक्सर डंकन या भरत अरुण खिलाडियों को संबोधित करते हैं और उन्होंने जो होमवर्क किया है उसके बारे में बताते हैं. महेंद्र सिंह धौनी टीम बैठकों में अमूमन चुप ही रहते हैं. मैंने उन्हें टीम बैठकों में ज्यादा बोलते हुए नहीं देखा है. लेकिन जब टीम घेरे में खडी होती है तो वह खिलाडियों को संबोधित करते हैं.अमूमन विराट कोहली या धौनी टीम को संबोधित करते हैं लेकिन टीम जब घेरे में खडी होती है तो कोई भी अपने विचार रख सकता है.
इस बीच खिलाडियों के परिवार मेलबर्न आने शुरु हो गये हैं. पता चला है कि उमेश यादव की पत्नी तान्या पहले ही यहां पहुंच चुकी है जबकि अंजिक्य रहाणे की पत्नी राधिका के कल यहां पहुंचने की संभावना है. स्टुअर्ट बिन्नी की पत्नी मयंती लैंगर टूर्नामेंट के शुरु से ही यहां है क्योंकि वह मीडिया से जुडी हैं. भारतीय टीम ने आज एमसीजी पर दो घंटे का समय बिताया जहां उन्होंने क्षेत्ररक्षण का अभ्यास किया और फुटबॉल खेली.