हार के साथ संगकारा और जयवर्धने का वनडे से संन्यास
विश्व कप में आज श्रीलंकाई पारी का अंत हो गया. चोकर्स टीम के नाम से मशहूर दक्षिण अफ्रीकी टीम ने आज श्रीलंकाई टीम को नौ विकेट से हराकर सेमीफाइनल में इंट्री कर ली है. विश्व कप से न केवल श्रीलंका की विदाई हुई है बल्कि श्रीलंकाई टीम से दो दिग्गज खिलाडियों की भी विदाई हो […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
March 18, 2015 3:54 PM
विश्व कप में आज श्रीलंकाई पारी का अंत हो गया. चोकर्स टीम के नाम से मशहूर दक्षिण अफ्रीकी टीम ने आज श्रीलंकाई टीम को नौ विकेट से हराकर सेमीफाइनल में इंट्री कर ली है. विश्व कप से न केवल श्रीलंका की विदाई हुई है बल्कि श्रीलंकाई टीम से दो दिग्गज खिलाडियों की भी विदाई हो गयी है. कुमार संगकारा औरजयवर्धनेने वनडे से संन्यास ले लिया है. दोनों खिलाडियों ने विश्व कप से पहले ही अपने संन्यास की घोषणा कर दी थी.
महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा के शानदार वनडे करियर का अंत भले ही परिकथा जैसा नहीं हुआ हो लेकिन इन दोनों अनुभवी खिलाडियों ने निराशा के बावजूद अपनी इस लंबी यात्रा को हंसते हुए याद किया.
आज के मैच से पहले रिकार्ड लगातार चार वनडे शतक जडने वाले संगकारा ने 45 रन की पारी खेली लेकिन इसके बावजूद टीम 37.2 ओवर में 133 रन पर ढेर हो गई. संगकारा ने 404 वनडे मैचों में 14234 रन बनाए. उन्होंने मौजूदा विश्व कप में सात मैचों में 541 रन बटोरे और फिलहाल वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. किसी विश्व कप में 500 से अधिक रन बनाने वाले वह छठे बल्लेबाज हैं. हार के बावजूद संगकारा ने अपने साथी जयवर्धने के बारे में अच्छी बातों को याद किया.
संगकारा ने मैच के बाद कहा, वह (जयवर्धने) काफी निराश होगा लेकिन यह खेल का हिस्सा है, अंत परिकथा जैसा नहीं होता. आप विश्व कप जीतना चाहते हो, शीर्ष पर रहते हुए अंत करना चाहते हो लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो नहीं होता. इसका मतलब यह नहीं कि आप निराश होकर जाओ.
* विश्व कप में सचिन के रिकार्ड को नहीं तोड़ पाये संगकारा
विश्व कप में लगातार चार सेंचुरी का विश्व रिकार्ड बनाने वाले कुमार संगकारा ने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के विश्व कप में बने दो रिकार्ड को नहीं तोड़ पाये.
पहला – विश्व कप में सबसे अधिक शतक का रिकार्ड, सचिन तेंदुलकर ने विश्व कप में रिकार्ड 6 शतक जमाये हैं और संगकारा पांच शतकों के साथ दूसरे स्थान पर रह गये.
दूसरा – विश्व कप में सबसे अधिक रन का रिकार्ड, सचिन ने विश्व कप में सबसे अधिक रन का रिकार्ड बनाया है, जबकी संगकारा ने 541 रन ही बनाये और रिकार्ड तोड़ पाने में नाकामयाब रहे.
* संगकारा ने जयवर्धने के साथ मैदान पर बिताए दिनों को याद किया
जयवर्धने के साथ मैदान पर बिताए दिनों को याद करते हुए संगकारा ने कहा, यह हमेशा मैत्रीपूर्ण था, कभी कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं थी, अभ्यास मैचों को छोडकर. जब मैंने टीम में जगह बनाई तो महेला दो साल से खेल रहा था और वह पहले ही उप कप्तान था और सब उसका काफी सम्मान करते थे. हम एक ही उम्र के थे, हम एक साथ समय बिताते थे और इस तरह से हम गहरे मित्र बने.
पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके जयवर्धने ने इसके साथ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत किया जो 1997 में शुरु हुआ था. उन्होंने 448 वनडे में 12650 रन जबकि 149 टेस्ट में 11814 रन बनाए. जयवर्धने के लिए हालांकि मौजूदा विश्व कप काफी अच्छा नहीं रहा और वह सिर्फ अफगानिस्तान के खिलाफ शतक जड पाए. लेकिन इस स्टार बल्लेबाज को कोई मलाल नहीं है.
उन्होंने कहा, सबसे मुश्किल चीज प्रत्येक चीज के साथ, प्रत्येक दिन आगे बढना और कुछ नया करना है. प्रत्येक टीम कुछ नया कर रही है और ऐसे में बचे रहने के लिए आपको स्वयं को तैयार करना होगा और यह सबसे महत्वपूर्ण है. मानसिक और शारीरिक तौर पर खुद से ही आगे निकलना संभवत: सबसे मुश्किल चीज है.
जयवर्धने ने कहा, खिलाडियों के इस समूह के साथ क्रिकेट खेलना, ड्रेसिंग रुम में उनके साथ लुत्फ उठाना काफी संतोषजनक है. लेकिन सबसे चुनौतीपूर्ण 1997 से अब तक विकास करना है जब क्रिकेट में काफी सुधार हो गया है. उन्होंने कहा, अगर आप गेंदबाजों को देखो, उनकी विविधता, उनके पास अब काफी विविधता है. यहां तक कि बल्लेबाज अब काफी तरह के शॉट खेलते हैं. मुझे लगता है कि रणनीति बदल गई है, लोग जिस तरह से मैच पर गौर करते हैं वह बदल गया है.
* एक नजर संगकारा के वनडे कैरियर पर
संगकारा ने आज विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार के साथ ही वनडे से संन्यास ले लिया है. उन्होंने अपने वनडे कैरियर में कई कारनामे किये हैं. संगकारा ने कुल 404 वनडे मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने शानदार 41.98 के बल्लेबाजी औसत से 14,234 रन बनाये.
संगकारा ने वनडे में 25 शतक और 93 अर्धशतक जमाये हैं. संगकारा श्रीलंका के एक मात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने विश्व कप में पांच सेंचुरी जमाये. इसके साथ ही वह दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गये हैं जिसने विश्व कप में लगातार चार सेंचुरी जमाये.