क्वार्टर फाइनल में जीत के बाद बोले धौनी, टीमवर्क से मिली सफलता
मेलबर्न : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ऑस्ट्रेलियाई दौरे के शुरु में जूझने वाली अपनी टीम के अब विश्व कप खिताब का प्रबल दावेदार बनने के लिये अपने साथी खिलाडियों को श्रेय दिया और कहा कि पिछले सात मैचों से चल रहा अजेय अभियान टीम प्रयास और छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान देने की बदौलत संभव […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
March 19, 2015 7:08 PM
मेलबर्न : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ऑस्ट्रेलियाई दौरे के शुरु में जूझने वाली अपनी टीम के अब विश्व कप खिताब का प्रबल दावेदार बनने के लिये अपने साथी खिलाडियों को श्रेय दिया और कहा कि पिछले सात मैचों से चल रहा अजेय अभियान टीम प्रयास और छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान देने की बदौलत संभव हो पाया.
धौनी ने क्वार्टर फाइनल में भारत की बांग्लादेश पर 109 रन से जीत के बाद कहा, यह सफर अच्छा चल रहा है. हम इस सचाई से मुंह नहीं मोड सकते कि हम बहुत अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं. एक महीने पहले हम संघर्ष कर रहे थे. इसका काफी श्रेय खिलाडियों और सहयोगी स्टाफ को जाता है. टीम में अचानक आये बदलाव के लिये धौनी ने कोई एक कारण नहीं बताया. उन्होंने कहा, यह बदलाव कैसे हुआ यह बताना मुश्किल है. हमारे बहुत अधिक खिलाड़ी सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शामिल नहीं हैं लेकिन बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
गेंदबाजी ऐसा विभाग था जिसमें हम सुधार चाहते थे. यहां तक कि (विश्व कप से पहले) न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में भी हम इस विभाग में जूझ रहे थे लेकिन अब बहुत बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, जैसे कि लचर फार्म में चल रहा बल्लेबाज फार्म में लौट आता है, उसी तरह क्रिकेट में इस तरह के कई तत्व होते हैं लेकिन हमें कई छोटी छोटी चीजों को सही करने की जरुरत थी. बांग्लादेश की पारी के 21वें ओवर में मोहम्मद शमी की गेंद पर डाइव लगाकर सौम्या सरकार का कैच लेने के बारे में धौनी ने पहले मजाकिया अंदाज में जबाब दिया लेकिन बाद में इसे संतोषजनक पल करार दिया.
धौनी ने मुस्कराते हुए कहा, कभी कभी ऐसा हो जाता है. यह महत्वपूर्ण था. बहुत अच्छी साझेदारी चल रही थी और मैंने केवल डाइव लगायी. मैंने सोचा कि यह मुझसे थोड़ी दूर है. मैंने डाइव लगायी और गेंद मेरे हाथों में आ गयी. यह संतोषजनक पल था.आजकल टीमें अक्सर 300 रन से अधिक का स्कोर बना लेती हैं. इस पर धौनी ने कहा, ऐसा पांच खिलाडियों के घेरे के अंदर होने और टी20 के प्रभाव के कारण हो रहा है. टीमें विकेट बचाये रखती हैं और इससे मदद मिलती है.
यदि विकेट शुष्क हो तो फिर कुछ रिवर्स स्विंग मिलती है लेकिन यदि विकेट सपाट हो तो अधिकतर टीम 300 रन बनाएंगी. रोहित शर्मा को उनकी 137 रन की पारी के लिये मैन आफ द मैच चुना गया और उन्होंने इसे अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ शतकों में से एक करार दिया.
उन्होंने कहा, यह सर्वश्रेष्ठ शतकों में से एक है. यह टीम के लिहाज से महत्वपूर्ण पारी थी. टीम को इसकी सख्त जरुरत थी. सुरेश रैना के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण थी. इससे मैच का पासा बदल गया और मैं तेजी से रन बना पाया. मैं प्रतिबद्ध था. मैं क्रीज पर लंबा समय बिताना चाहता था.
रोहित ने कहा कि टीम को खिताब बचाने के लिये अब अगले दोनों मैचों में भी विजय अभियान जारी रखना होगा. उन्होंने कहा, हम टीम के रुप में खेल रहे है. गेंदबाज विकेट ले रहे है और बल्लेबाज रन बना रहे हैं. हमें सेमीफाइनल में भी यह लय बनाये रखनी होगी. हमें अब केवल दो मैच जीतने हैं. हमें वही करने की जरुरत है जो अभी हम कर रहे हैं. रैना ने भी रोहित की तारीफ की और उन्हें बडे मैच का खिलाड़ी बताया.
रैना ने कहा, रोहित के साथ बल्लेबाजी करने में हमेशा मजा आता है. वह बडे मैच का खिलाडी है और उसने आज फिर से यह साबित किया. इससे पता चलता है कि वह जिम्मेदारी ले रहा है. असली खेल बल्लेबाजी पावरप्ले से शुरु हुआ और आखिरी दस ओवर तक चला. इस चरण में अच्छा प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण था. उन्होंने कहा, हम इस बारे में नहीं सोच रहे हैं कि सेमीफाइनल में हमारा प्रतिद्वंद्वी कौन होगा. हम केवल रात में जीत का जश्न मनाने के बारे में सोच रहे हैं. बांग्लादेश के कप्तान मशरेफ मुर्तजा ने कहा कि 300 रन से अधिक का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल था.
उन्होंने कहा, 300 का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल था लेकिन 280 बेहतर लक्ष्य हो सकता था. यदि हम टास जीत जाते तो पहले बल्लेबाजी करते. लेकिन इस पर हमारा नियंत्रण नहीं है. रुबेल और शाकिब ने शुरु में अच्छी गेंदबाजी की लेकिन हम इसे बरकरार नहीं रख पाये. मुर्तजा ने कहा, लेकिन आज को छोड़कर हमारे प्रशंसकों को खुश होना चाहिए. हमारे अधिकतर खिलाडियों ने अभी करियर की शुरुआत की है और उन्हें अपने प्रयास से काफी खुश होना चाहिए.