मेलबर्न : न्यूजीलैंड के खिलाफ कल यहां होने वाले विश्व कप फाइनल के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने वाले माइकल क्लार्क ने आज कहा कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के रूप में उनकी विरासत का पता इससे चलेगा कि टीम के उनके साथी उनके बारे में क्या सोचते हैं और पिछले साल नवंबर में टीम के साथी फिलिप ह्यूज की मौत के बाद उनका बर्ताव कैसा था. ह्यूज की मौत के बाद काफी भावुक दिखे क्लार्क फाइनल से पूर्व की प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया से बात करते हुए काफी सहज दिखे. यह उनकी संन्यास की घोषणा करने वाली प्रेस कांफ्रेंस भी साबित हुई.
वनडे से संन्यास के बाद टेस्ट क्रिकेट खेलना जारी रखने वाले क्लार्क ने कहा, मुझे लगता है कि अपने कैरियर के दौरान किसी भी प्रारूप में मैंने हमेशा यह दिखाया कि मेरे लिए टीम पहले है. मुझे लगता है कि मेरी काफी विरासत इस पर आधारित होगी कि हाल में मेरे छोटे भाई (ह्यूज) को क्या हुआ. क्लार्क ने कहा कि विश्व कप विशेष लम्हा है लेकिन वह अंतिम वनडे खेलने के दबाव में नहीं हैं.
मुझे आज रात नींद आने में हमेशा से अधिक परेशानी नहीं होगी. बल्लेबाजी के लिए आते हुए मैं कम नर्वस नहीं होऊंगा. अहसास हर बार की तरह ही होगा. यह विशेष है और मैं भाग्यशाली रहा कि पिछले दो विश्व कप में खेल पाया और इसमें से एक को जीता पाया. इसलिए मुझे पता है कि अहसास कैसा है. ऑस्ट्रेलिया की ओर से 244 वनडे में आठ शतक और 57 अर्धशतक की मदद से 44 . 42 की औसत से 7907 रन बनाने वाले क्लार्क से जब संन्यास के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि 48 घंटे पहले मैंने फैसला किया था कि मुझे नहीं लगता कि मैं अगले विश्व कप तक चार साल खेल पाऊंगा और इसने मेरे काफी सवालों का जवाब दिया.
बेशक इसके बाद मैंने अपने परिवार से भी बात की. मुझे लगता है कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि मैं कुछ और साल खेलता रहूंगा. उन्होंने कहा, मैंने कब फैसला किया? मुझे लगता है कि जब मैं सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (सेमीफाइनल के बाद) से निकला, मुझे लगता है कि मैं रात को लगभग 12 बजकर 30 मिनट पर अपने घर पहुंचा और मुझे लगता है कि काइली (क्लार्क की पत्नी) सो रही थी. मुझे लगता है कि तभी मैंने उससे बात की. हां, मैंने उसी समय बात की थी.