श्रीनिवासन ने 2019 में दस टीमों के विश्व कप प्रारूप का बचाव किया
मेलबर्न : एसोसिएट देश भले ही 2019 में होने वाले विश्व कप में केवल दस टीमों को शामिल करने के विचार से नाखुश हों लेकिन आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने आज कहा कि उन्हें हताश होने की जरुरत नहीं है क्योंकि प्रारुप में उन्हें इस क्रिकेट महाकुंभ के लिये क्वालीफाई करने के अच्छे मौके मिलेंगे. […]
मेलबर्न : एसोसिएट देश भले ही 2019 में होने वाले विश्व कप में केवल दस टीमों को शामिल करने के विचार से नाखुश हों लेकिन आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने आज कहा कि उन्हें हताश होने की जरुरत नहीं है क्योंकि प्रारुप में उन्हें इस क्रिकेट महाकुंभ के लिये क्वालीफाई करने के अच्छे मौके मिलेंगे.
इंग्लैंड में होने वाले अगले विश्व कप में टीमों की संख्या घटाकर 14 से दस करने के आईसीसी के फैसले की एसोसिएट देशों ने कडी आलोचना की. भारतीय स्टार सचिन तेंदुलकर सहित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कई हस्तियों ने भी इस मसले को लेकर विश्व संस्था की आलोचना की. तेंदुलकर ने तो यहां तक कह दिया था कि इससे क्रिकेट को वैश्विक खेल बनाने के प्रयासों को झटका लगेगा.
लेकिन श्रीनिवासन ने कहा कि इसको लेकर चिंता करने की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा, यदि आप अगले विश्व कप पर गौर करो तो चोटी की आठ टीमें क्वालीफाई करेंगी जबकि नौवीं और दसवीं टीम के लिये छह एसोसिएट देशों के बीच प्रतिस्पर्द्धा होगी. इसलिए एसोसिएट देशों के पास विश्व कप में खेलने का मौका रहेगा. एसोसिएट देशों की सफलता का कारण आईसीसी का विकास कार्यक्रम है.
नयी क्वालीफाईंग प्रणाली के अनुसार मेजबान इंग्लैंड और चोटी की सात टीमों का विश्व कप में स्थान सुरक्षित रहेगा. एसोसिएट देशों को क्वालीफायर्स में आईसीसी रैंकिंग में शीर्ष आठ से बाहर की टीमों के साथ भिडना होगा. इससे यह भी हो सकता कोई भी एसोसिएट देश विश्व कप में जगह नहीं बना पाये.