बीसीसीआई को खिलाड़ियों की थकान का भी ध्यान रखना चाहिए : वेंकटपति राजू
कोलकाता : भारतीय क्रिकेट टीम के व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता वेंकटपति राजू ने कहा है कि बीसीसीआई को खिलाडियों की थकान के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए और उसके पास गेंदबाजों की बैकअप टीम होनी चाहिए. वर्ष 2011 के विश्व चैम्पियन भारत ने हाल में संपन्न विश्व […]
कोलकाता : भारतीय क्रिकेट टीम के व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता वेंकटपति राजू ने कहा है कि बीसीसीआई को खिलाडियों की थकान के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए और उसके पास गेंदबाजों की बैकअप टीम होनी चाहिए. वर्ष 2011 के विश्व चैम्पियन भारत ने हाल में संपन्न विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन सेमीफाइनल में उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों शिकस्त का सामना करना पडा जो बाद में चैम्पियन बना.
विश्व कप 1992 और 1996 में भारतीय टीम का हिस्सा रहे बायें हाथ के स्पिनर राजू ने कहा कि प्रणाली में कुछ भी गलत नहीं है लेकिन ए दौरों के आयोजन की सख्त जरुरत है जिससे कि रिजर्व खिलाडियों का पूल तैयार किया जा सके. राजू ने कहा, भारतीय खिलाड़ी अन्य खिलाडियों की तुलना में अधिक क्रिकेट खेल रहे हैं. इसलिए हमेशा थकान का मुद्दा रहता है.
हमारे पास कम से कम पांच से छह तेज गेंदबाज और तीन से चार स्पिनरों का बैकअप हमेशा रहना चाहिए. उन्होंने कहा, हमारे पास अश्विन और जडेजा जैसे कुछ अहम खिलाड़ी हैं जो लंबे और छोटे सभी प्रारुपों में खेलते हैं. इसलिए हमेशा थकान का खतरा रहता है. इस मुद्दे से निपटने के लिए हमारे पास योजना होनी चाहिए. जडेजा विश्व कप से पूर्व कंधे की चोट से उबरने में कामयाब रहे लेकिन इस आलराउंडर की फार्म ने भारत को निराश किया.