कोलकाता : विश्व कप 2015 के सेमीफाइनल में भारत ऑस्ट्रेलिया के हाथों पराजित हो गया, लेकिन उससे पहले भारत ने अपने सारे मैच जीते थे. भारत के इस प्रदर्शन से प्रभावित होकर पूर्व कोच अंशुमान गायकवाड़ का मानना है कि मौजूदा खिलाड़ियों को इंग्लैंड में होने वाले अगले विश्व कप तक बरकरार रखना चाहिए.
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से सेमीफाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई लेकिन उससे पहले महेंद्र सिंह धौनी एंड कंपनी ने सारे मैच जीते.गायकवाड़ ने कहा , इन्हीं खिलाड़ियों को बरकरार रखा जाये. ये अगले विश्व कप में जरूर अच्छा प्रदर्शन करेंगे. यह टीम लंबे समय तक टिकने वाली है. हमारे पास अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज है. जरूरत सिर्फ अतिरिक्त अनुभव की है जो समय के साथ मिल जायेगा. उन्होंने कहा , सेमीफाइनल को छोड़कर हमारा प्रदर्शन शानदार रहा. त्रिकोणीय श्रृंखला के बाद किसी ने ऐसा सोचा नहीं होगा.
लोगों को लगा था कि हम नाकआउट में भी नहीं पहुंचेंगे. सेमीफाइनल में हार के लिए उन्होंने मध्यक्रम के बल्लेबाजों को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा , 300 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करने के लिए छह रन प्रति ओवर से अधिक रन बनाने थे. सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत दी लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने कुछ खराब शॉट खेले. उन्होंने कहा ,मैं गेंदबाजों को दोष नहीं दूंगा. उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया. और किस टीम ने सात मैचों में 70 विकेट लिये. टूर्नामेंट से पहले गेंदबाजी को कमजोर कड़ी माना जा रहा था लेकिन उन्होंने जबर्दस्त खेल दिखाया.
* धौनी से बेहतर विकल्प कौन ?
गायकवाड ने कहा कि यह कुछ और अनुभव हासिल करने का मसला है. उन्होंने कहा, चार साल लंबा समय है और हमें उनका ठीक से ख्याल रखना होगा. कौन जानता है कि कोई नयी प्रतिभा निकल आये लेकिन यह टीम आने वाले समय में और निखरेगी. कुछ हलकों में धौनी को संन्यास के सुझावों के बावजूद गायकवाड का मानना है कि वनडे क्रिकेट में धौनी टीम की कप्तानी के लिये सर्वश्रेष्ठ विकल्प हैं.
उन्होंने कहा , खराब नतीजे के बाद इस तरह की बातें होती है लेकिन धौनी से बेहतर विकल्प कौन है. उससे बेहतर कप्तान कहां से लायेंगे. उसकी फिटनेस कमाल की है. जब तक वह फिट है, उसे खेलना चाहिये. गायकवाड ने यह भी कहा कि अब फोकस तेज विकेट बनाने पर होना चाहिये. उन्होंने कहा, इंग्लैंड की विकेटों को ध्यान में रखते हुए अब फोकस वैसे ही विकेट तैयार करने पर होना चाहिये.