आईपीएल-8 का शुभ आरंभ हो चुका है. आज पहला मैच कोलकाता नाइट राइडर्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेला जायेगा. इस मैच को लेकर तो क्रिकेट प्रेमी उत्सुक हैं ही, लेकिन उनकी नजर नौ अप्रैल को उस मैच पर टिकी है, जब चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम आमने-सामने होगी. यह मैच इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस मैच के दौरान विवादों के बाद पहली बार महेंद्र सिंह धौनी और युवराज सिंह आमने -सामने होंगे. धौनी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान हैं और युवराज सिंह आईपीएल के इस सीजन में सबसे महंगे 16 करोड़ में बिकने वाले खिलाड़ी हैं.
युवराज सिंह के पिता ने महेंद्र सिंह धौनी पर लगाये हैं कई आरोप
गौरतलब है कि जब युवराज सिंह का चयन विश्वकप के 30 सदस्यीय टीम में नहीं हुआ था, उसके बाद से युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह महेंद्र सिंह धौनी से काफी नाराज चल रहे हैं. आईपीएल की नीलामी के बाद जब युवराज सिंह 16 करोड़ में बिके, तो उनके सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने धौनी के बारे में मीडिया के समाने कई तरह की आपत्तिजनक बातें कहीं. उन्होंने धौनी पर आरोप लगाया कि वे साजिश के तहत युवी को टीम में शामिल नहीं करना चाहते हैं. इसके बाद उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में भी धौनी पर कई तरह के आरोप लगाये और उन्होंने यह भी कहा कि धौनी भिखारी हो जायेंगे.
युवराज सिंह ने पिता के बयान का नहीं किया समर्थन
युवराज सिंह ने अपने पिता के पहले बयान के बाद तुरंत ही ट्विट करके खुद को विवादों से अलग कर लिया था और यह कहा था कि वे अपने पिता से सहमत नहीं हैं. युवराज सिंह ने ट्वीट किया था कि हर माता-पिता की तरह मेरे पिता भी मुझे लेकर भावुक हैं और वे भावना में बहकर ऐसा कह गये हैं. जब टीवी चैनल पर फिर योगराज सिंह ने धौनी के बारे में आपत्तिजनक बयान दिया, तो युवराज सिंह ने एकबार फिर सफाई दी और कहा कि उनका धौनी से कोई विवाद नहीं, वे दोनों जब मिलेंगे तो वे धौनी को पिता बनने पर बधाई देंगे और उन्हें धौनी की कप्तानी में खेलने पर कोई आपत्ति नहीं है.
महेंद्र सिंह धौनी ने विवाद पर कुछ नहीं कहा
योगराज सिंह द्वारा धौनी पर कई आपत्तिजनक टिप्पणी के बावजूद महेंद्र सिंह धौनी ने इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया है. संभवत: वे मामले को तूल नहीं देना चाहते हैं.
क्या मैच के दौरान युवी धौनी को बताना चाहेंगे उनकी गलती
विश्वकप के दौरान भारतीय टीम का प्रदर्शन लीग मैचों के दौरान बहुत अच्छा था, लेकिन सेमीफाइनल में भारतीय टीम पिछड़ गयी. मध्यक्रम बिलकुल ध्वस्त हो गया, ऐसे में युवी की कमी हर किसी को खली. क्या आईपीएल के दौरान युवराज सिंह अच्छे खेल का प्रदर्शन करके धौनी को यह बताना चाहेंगे कि वर्ल्डकप के 30 सदस्यीय टीम के चयन में उनसे गलती हुई थी. हालांकि यह बात सभी जानते हैं कि टीम का चयन सिर्फ कप्तान की मर्जी से नहीं होता है, बल्कि चयनकर्ता उसके लिए जिम्मेवार होते हैं और कप्तान सिर्फ सलाह दे सकता है.