नयी दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के बायें हाथ के प्रतिभावान बल्लेबाज डेविड मिलर का करियर 2013 में आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से आरसीबी के खिलाफ 38 गेंद में शतक बनाने के बाद से लगातार बुलंदिया छू रहा है और उन्होंने स्वीकार किया कि इस फ्रेंचाइजी के साथ खेलने से वह बेहतर बल्लेबाज बने.
आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के साथ तीसरे सत्र की शुरुआत कर रहे मिलर से जब टीम के साथ जुडने से मिले फायदे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सकारात्मक जवाब दियास. मिलर ने आज यहां बातचीत के दौरान कहा, हां निश्चित तौर पर. मुझे लगता है कि बल्लेबाज के रुप में मुझमें सुधार हुआ है. मैंने सही चीजें करना सीखा है और इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है. लेकिन मैं अभी अपने आप को पूर्ण नही कहूंगा. मैं भाग्यशाली हूं कि अब भी बेहतर बनने की अपनी कवायद के तहत रोजाना कुछ सीख रहा हूं. मिलर ने किंग्स इलेवन पंजाब के साथ खेलने को काफी सफल करार दिया क्योंकि इससे स्पिनरों के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी में सुधार हुआ.
दक्षिण अफ्रीका की ओर से 71 वनडे और 31 टी20 मैच खेलने वाले मिलर ने कहा, आईपीएल बड़ा टूर्नामेंट है और किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से अच्छा प्रदर्शन करने से मुझे आत्मविश्वास मिला. पिछले कुछ सत्र में मैंने विभिन्न स्थितियों का आकलन करना और उन्हीं के मुताबिक खेलना सीखा है. मिलर का मानना है कि पंजाब की टीम के लिए यह फायदे की स्थिति है कि उसने पिछले साल फाइनल में पहुंची टीम के अहम खिलाडियों को बरकरार रखा है.
टी20 के दो सबसे आक्रामक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस क्रमश: रायल चैलेंजर्स बेंगलूर और चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलेंगे लेकिन मिलर ने कहा कि उनकी दक्षिण अफ्रीका के इन दो हमवतन सीनियर खिलाडियों के साथ कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है. हाल में संपन्न हुए विश्व कप में आठ मैचों में 54 की औसत से 324 रन बनाने वाले मिलर आईपीएल आठ में बड़े हुए आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे.