मुंबई इंडियंस को रोकने के लिए कौन सी रणनीति अपनायेगा चेन्नई सुपर किंग्स?
चेन्नई सुपर किंग्स को इंडियन प्रीमियर लीग के ताकतवर टीम में शामिल किया जाता है. आज इस टीम का मुकाबला टूर्नामेंट की चहेती टीमों में शुमार मुंबई इंडियंस से हो रहा है. रात आठ बजे से यह मुकाबला शुरू होगा. मैच की खासियत यह है कि मुंबई इंडियंस अभी तक टूर्नामेंट के इस सीजन में […]
चेन्नई सुपर किंग्स को इंडियन प्रीमियर लीग के ताकतवर टीम में शामिल किया जाता है. आज इस टीम का मुकाबला टूर्नामेंट की चहेती टीमों में शुमार मुंबई इंडियंस से हो रहा है. रात आठ बजे से यह मुकाबला शुरू होगा. मैच की खासियत यह है कि मुंबई इंडियंस अभी तक टूर्नामेंट के इस सीजन में अपना खाता नहीं खोल पायी है, वहीं चेन्नई इस मैच को खिताब की ओर एक कदम बनाना चाहती है. चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के खिलाफ उनके चहेते खिलाड़ियों में से एक रोहित शर्मा हैं, इसलिए मुकाबला दिलचस्प है.
चेन्नई सुपर किंग्स दो बार बन चुका है विजेता
चेन्नई सुपर किंग्स वर्ष 2010 और 2011 में आईपीएल का खिताब जीत चुका है. इस बार भी वह अपनी दावेदारी को मजबूती से पेश कर रहा है. उनकी टीम में ब्रैंडन मैकुलम, ड्वेन स्मिथ, सुरेश रैना, डु प्लेसिस, रवींद्र जडेजा, महेंद्र सिंह धौनी जैसे खिलाड़ी है, लेकिन दम पर चेन्नई की बल्लेबाजी काफी मजबूत है. वहीं आशीष नेहरा और ब्रावो जैसे गेंदबाज भी टीम में हैं.
जीत के लिए चेन्नई की रणनीति
चेन्नई सुपर किंग्स यह कोशिश करेगा कि अगर वह टॉस जीतता है, तो पहले बैटिंग करके एक बड़ा स्कोर 180-190 तक बना ले, ताकि वह मुंबई इंडियंस को अपनी गेंदबाजी से परेशान कर सके.हालांकि चेन्नई को टक्कर देने के लिए मुंबई ने पहले ही अपने कप्तान की बैटिंग ऑर्डर को बदल दिया और उन्हें चौथे नंबर पर भेज दिया है, ताकि मध्यक्रम की बल्लेबाजी संतुलित रह सके. इस बात का ध्यान भी चेन्नई को रखना होगा.
मुंबई इंडियंस को कम आंकना भी होगी भूल
मुंबई इंडियंस से सचिन तेंदुलकर का नाम जुड़ा है, इसलिए इन्हें कम करके नहीं आंका जा सकता है. मुंबई ने वर्ष 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब भी जुड़ा है. रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली इस टीम में युवा खिलाड़ी ज्यादा है, उनमें अनुभव का अभाव है, लेकिन जज्बे की कोई कमी नहीं है. साथ में किरोन पोलार्ड, हरभजन सिंह, अंबाती रायडु, कोरी एंडरसन और लसिथ मलिंगा भी हैं, इसलिए मुकाबला कहीं से भी एकतरफा नहीं लगाता. ऐसे में चेन्नई के कप्तान जीत के लिए कौन सी रणनीति अपनाते हैं, यह देखने वाली बात होगी.