मुंबई : ऑस्ट्रेलिया के भावी कप्तान स्टीव स्मिथ ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी शानदार सफलता का श्रेय शांतचित बने रहना और मैदानी जंग के लिये हमेशा तैयार रहने को दिया. स्मिथ ने अपनी सफलता के राज के बार में कहा, शायद मेरा धैर्य और तैयारियां.
मैं प्रत्येक मैच के लिये एक जैसी तैयारी करता हूं और यह सुनिश्चित करता हूं कि मैं अपने रुटीन के हिसाब से वही चीजें लगातार करता रहूं. उन्होंने कहा, जब मैं मैदान पर उतरता हूं तो हर बार मैं वही चीज करता हूं और पारी संवारने की कोशिश करता हूं तथा बडे शॉट खेलने से पहले खुद को मौका देता हूं. स्मिथ ने भारतीय टीम के हाल के ऑस्ट्रेलिया दौरे में चार टेस्ट मैचों में चार शतक और दो अर्धशतक लगाये थे. उनका मानना है कि भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ खेलने की आदत के कारण उन्हें अपनी तैयारियों में मदद मिली.
उन्होंने कहा, हम जानते थे कि भारतीय गेंदबाज क्या कर सकते हैं. मैं उनके अधिकतर गेंदबाजों के खिलाफ खेल चुका था. यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का हिस्सा है. मैं जब भी उनके खिलाफ खेला तब मैंने रन बनाये. ऑस्ट्रेलियाई गर्मियों का यह सत्र मेरे लिये अच्छा रहा. स्मिथ ने चार टेस्ट मैचों में 128 की औसत से 769 रन और इसके बाद विश्व कप में आठ मैचों में 67 की औसत से 402 रन बनाये.
माइकल क्लार्क की चोट के कारण पहले टेस्ट के बाद बाकी तीन मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान संभालने वाले स्मिथ ने भारतीय टीम की भी तारीफ की तथा कहा कि उमेश यादव और वरुण आरोन जैसे गेंदबाजों में काफी संभावनाएं हैं.
स्मिथ ने कहा, वह (भारत) बहुत अच्छी टीम है. उसके पास कुछ युवा गेंदबाज है. इनमें वरुण आरोन है जिसने वास्तव में मुझे प्रभावित किया. उसने जिस तरह की तेजी और आक्रामकता दिखायी वह वास्तव में अच्छी थी. उमेश यादव अन्य गेंदबाज है जिसमें काफी संभावनाएं हैं. लेग स्पिनर के रुप में अपने करियर की शुरुआत करने के बाद चोटी का बल्लेबाज बनने वाले स्मिथ ने छोटे प्रारुपों में अपनी पारी को गति देने के लिये आईपीएल जैसे टी20 क्रिकेट को श्रेय दिया.
आईपीएल में राजस्थान रायल्स की तरफ से खेलने वाले स्मिथ ने कहा, मैं हर तरह की क्रिकेट का लुत्फ उठा रहा हूं. टी20 क्रिकेट के लिये बहुत अच्छा है. इससे मैंने काफी कुछ सीखा विशेषकर सीमित ओवरों के मैचों में अपनी पारी को गति देना और मुझे लगता है कि इसमें आईपीएल की भूमिका अहम रही.