चेन्नई : हार्दिक पांड्या ने पहले तीन खूबसूरत कैच लिये और बाद में विषम पलों में तीन जबर्दस्त छक्के जडे जिससे मुंबई इंडियन्स ने उतार चढाव वाले मैच में आज यहां चेन्नई सुपरकिंग्स को उसके घरेलू मैदान पर छह विकेट से हराकर आईपीएल आठ में अपनी उम्मीदों को पंख लगाये.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे चेन्नई ने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के नाबाद 39 रन और युवा पवन नेगी (17 गेंद पर 36 रन) के साथ उनकी 54 रन की साझेदारी की बदौलत पांच विकेट पर 158 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाया.
पार्थिव पटेल (45) और लेंडल सिमन्स (38) ने पहले विकेट के लिये 84 रन जोडकर मुंबई को अच्छी शुरुआत दिलायी लेकिन बीच में दो रन के अंदर तीन विकेट गंवाने से मुंबई बैकफुट पर पहुंच गया. उसे आखिर में 12 गेंद पर 30 रन की दरकार थी. ऐसे में 19वें ओवर में पांड्या (आठ गेंद पर नाबाद 21) के तीन छक्कों ने मुंबई की जीत सुनिश्चित की जिसने आखिर में 19.2 ओवर में चार विकेट पर 159 रन बनाये. अंबाती रायुडु 19 गेंद पर 34 रन बनाकर नाबाद रहे.
मुंबई की यह 11वें मैच में छठी जीत है जिससे उसके 12 अंक हो गये हैं और वह चौथे स्थान पर पहुंच गया है. चेन्नई की 11 मैच में यह चौथी हार है लेकिन वह अब भी अंकतालिका में शीर्ष पर बना हुआ है. चेन्नई की अपने घरेलू मैदान पर पिछले दो साल में यह पहली हार है.
मुंबई की सलामी जोडी ने रणनीतिक बल्लेबाजी की और केवल ढीली गेंदों पर प्रहार किया. उन्होंने इस मैच में वापसी करने वाले रविचंद्रन अश्विन (चार ओवर में 17 रन देकर दो विकेट) को संभलकर खेला लेकिन आईपीएल आठ में अब तक सर्वाधिक विकेट लेने आशीष नेहरा को निशाने पर रखा जिन्होंने अपने तीन ओवर में 45 रन लुटाये.
नेहरा ने तीसरे ओवर में पहले बदलाव के रुप में गेंद संभाली. पार्थिव ने उनका दो चौकों से स्वागत किया जबकि सिमन्स ने बायें हाथ के इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में दो चौके और एक छक्का जडकर उन्हें आक्रमण से हटवा दिया. इसके बाद उन्होंने अश्विन पर भी मिड आफ पर छक्का लगाया.
पार्थिव ने भी अश्विन के आखिरी ओवर में लंबा शॉट खेला लेकिन सीमा रेखा पर फाफ डु प्लेसिस खडे थे जिन्होंने छक्के लिये जा रही गेंद को कैच में बदल दिया. अश्विन ने इसी ओवर में दूसरे सलामी बल्लेबाज सिमन्स को भी डीप मिडविकेट पर कैच देने के लिये मजबूर किया. पार्थिव ने 32 गेंद खेली और छह चौके लगाये. सिमन्स की 31 गेंद की पारी में तीन चौके और दो छक्के शामिल हैं.
कीरोन पोलार्ड (1) के रन आउट होने से एकदम से स्कोर बिना किसी नुकसान के 84 रन से तीन विकेट पर 86 रन हो गया. इसके बाद अगले चार ओवर तक कोई बाउंड्री नहीं गयी और डुप्लेसिस ने रोहित शर्मा (18) का कैच छोडा. गेंद और रनों के बीच अंतर बढ गया. रायुडु ने ऐसे में दूसरे स्पैल के लिये गेंद संभालने वाले नेहरा पर दो छक्के लगाकर खामोशी तोडी लेकिन रोहित जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाये. उन्होंने गेंद हवा में लहरायी और रैना ने उसे लपक दिया.
आखिरी दो ओवर में 12 रन की दरकार थी. धौनी ने नेगी को गेंद सौंपी जिन्होंने अपने पहले तीन ओवर में केवल दस रन दिये थे लेकिन पांड्या और रायुडु ने उन पर चार छक्के जडकर मैच मुंबई की झोली में डाल दिया. इनमें से तीन छक्के पांड्या ने लगाये. रायुडु ने अगले ओवर में विजयी चौका जडा.
इससे पहले चेन्नई जब टास जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरा तो ब्रैंडन मैकुलम (11 गेंदों पर 23 रन) और ड्वेन स्मिथ (34 गेंद पर 27 रन) ने शुरु से ही अपने विस्फोटक तेवर दिखाने में नाकाम रहे. मैकुलम जब सात रन पर थे तब हरभजन सिंह ने उनका हाथ में आया कैच भी छोडा.
मुंबई की तरफ से इसके बाद भी कुछ कैच टपकाये गये लेकिन पांड्या ने इस बीच कुछ अच्छे कैच भी लपके. मुंबई को मैकुलम को मिला जीवनदान महंगा नहीं पडा. न्यूजीलैंड के इस बल्लेबाज ने विनयकुमार के अगले ओवर में लगातार तीन चौके जडे लेकिन अगली गेंद पर पांड्या ने मिडविकेट पर उनका कैच लपक दिया.
यह पांड्या के तीन कैच में से पहला था. इसके बाद उन्होंने सुरेश रैना (10) का लगभग दौडते हुए कैच लिया. रैना का यह आईपीएल में 150वां मैच था लेकिन जगदीश सुचित की गेंद को बाउंड्री पार भेजने के प्रयास में वह कैच दे बैठे. रन बनाने के लिये जूझ रहे स्मिथ ने हरभजन के अगले ओवर में गेंद सीधे पांड्या के हाथ में पहुंचायी.
चेन्नई का स्कोर दस ओवर के बाद तीन विकेट पर 67 रन था. धौनी और डु प्लेसिस (17) ने सतर्कता और आक्रामकता के मिश्रण से पारी संवारने की कोशिश की लेकिन मिशेल मैकलीनगन ने अपने दूसरे स्पैल में आते ही दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज को डगआउट में पहुंचा दिया. धौनी और डुप्लेसिस ने चौथे विकेट के लिये 39 रन जोडे.
नेगी ने ड्वेन ब्रावो और रविंद्र जडेजा से उपर भेजने के चेन्नई टीम के प्रबंधन के फैसले को फिर से सही साबित किया. उन्होंने तेजी से रन बनाने के अपने कौशल का अच्छा नजारा पेश करके डि लेंगे पर लगातार तीन चौके लगाये और मैकलीनगन की गेंद लांग आन क्षेत्र से लंबे छक्के के लिये भेजी.
धौनी ने अपनी 32 गेंद की की पारी में दो चौके और दो छक्के लगाये लेकिन वह नेगी थे जिन्होंने दर्शकों को रोमांचित किया और अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने चार चौके और एक छक्का लगाया लेकिन आखिर में उनका एक ओवर चेन्नई को भारी पड गया.