जानिए, उन पांच कारणों को जिसने चेन्नई को पहुंचाया फाइनल में
चेन्नई सुपकिंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे क्वालीफायर में झारखंड की राजधानी रांची स्थित अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर को रोमांचक मुकाबले में तीन विकेट से हराकर छठी बार फाइनल में जगह बनाई. इसके साथ ही आईपीएल आठ में आरसीबी पर सुपरकिंग्स की यह तीन मैचों में तीसरी जीत है. रांची महेंद्र […]
चेन्नई सुपकिंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे क्वालीफायर में झारखंड की राजधानी रांची स्थित अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर को रोमांचक मुकाबले में तीन विकेट से हराकर छठी बार फाइनल में जगह बनाई. इसके साथ ही आईपीएल आठ में आरसीबी पर सुपरकिंग्स की यह तीन मैचों में तीसरी जीत है.
रांची महेंद्र सिंह धौनी की गृह नगर है यहां अगर उन्हें हार का सामना करना पड़ता तो यह उनके लिए बहुत शर्म की बात होती, लेकिन धौनी ने रांची में जीत दर्ज कर दर्शकों को बहुत बड़ी खुशी का सौगात दिया है. धौनी अब 24 मई को कोलकाता में मुंबई इंडियन के साथ खिताबी मुकाबले में भिड़ेंगे.
धौनी को मुंबई के हाथों पहली क्वालीफायर में करारी हार का सामना करना पड़ा था और नंबर वन टीम होने के नाते उसेदूसरे क्वालीफायर खेलने का मौका मिल गया. इंडियन प्रीमियर लीग के आठवें संस्करण में यह चेन्नई की 10वीं जीत है. धौनी की टीम के फाइनल में पहुंचने के ये पांच बड़ी वजह हो सकते हैं.
* महेंद्र सिंह धौनी की रणनीतिक कप्तानी पारी
आईपीएल में आठ के इस संस्करण में आज अगर चेन्नई सुपर किंग्स की टीम टॉप पर बनी हुई है तो इसकी बड़ी वजह महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी. धौनी को एक रणनीतिक कप्तान माना जाता है. वह हमेशा अपनी कप्तानी में कुछ न कुछ बदलाव करते रहते हैं. वह जब तक अपनी टीम को परिणाम तक नहीं पहुंचा देते चैन से शांस नहीं लेते हैं.
22 मई के दूसरे क्वालीफायर में भी धौनी की सूझबूझ भरी कप्तानी का नजारा देखने को मिला. धौनी अपने गेंदबाजों को सही तरीके से उपयोग करते हैं. और इसी का परिणाम है कि धौनी अपने गृह नगर में रॉयल चैलेंजर्स की टीम को मात देकर फाइनल में जगह बनायी. इस मैच को दो कप्तानों के बीच जंग के रूप में भी देखा जा रहा था. लेकिन इस जंग में विराट कोहली पर भारी पड़े महेंद्र सिंह धौनी. धौनी ने साबित कर दिया कि अभी कोहली को कप्तानी में काफी कुछ सोचने-समझने की जरूरत है.
* बेंगलूर का खराब क्षेत्ररक्षण
रांची में खेले गये दूसरे क्वालीफायर में बेंगलूर की टीम ने बहुत खराब क्षेत्ररक्षण का परिचय दिया. कोहली की सेना ने लगभग आधे दर्जन कैच ड्रॉप किये. बेंगलूर के गेंदबाजों ने अपना काम पूरा किया, लेकिन खराब क्षेत्ररक्षण ने टीम को हार के कगार तक पहुंचा दिया.
* चेन्नई के गेंदबाजों का सुपर प्रदर्शन
चेन्नई सुपर किंग्स एक बार फिर अपने गेंदबाजों के दम पर जीत दर्ज की है. चेन्नई की बल्लेबाजी उतनी अच्छी नहीं है. लेकिन गेंदबाजों ने पूरी श्रृंखला में उमदा प्रदर्शन किया है. लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने इस आईपीएल में घातक गेंदबाजी का परिचय दिया है. नेहरा ने कुल 15 मैचों में 22 विकेट लेकर टॉप तीन गेंदबाज बन गये हैं. नेहरा ने इस मैच में भी उमदा गेंदबाजी की और चार ओवर की गेंदबाजी में उन्होंने 28 रन देकर तीन विकेट लिये. नेहरा के इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ दी मैच से भी नवाजा गया.नेहरा के अलावा आर अश्विन, मोहित शर्मा, ब्रावो, जड़ेजा, रैना सहित सभी गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
* मैदान पर ओस का गिरना
रांची के इस अंतराष्ट्रीय क्रिकेट ग्राउंड में हमेशा पहले खेलने वाली टीम को दूसरी पारी में ओस का सामना करना पड़ता है. दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना इस ग्राउंड में काफी आसान मानी जाती है. क्योंकि गेंद काफी तेजी से गिली होने लगता है. बार-बार गेंदबाजों के सुखाने के बाद भी उनके हाथ से गेंद फिसल ताजी है. गेंदबाजों के लिए बॉलिंग आसान नहीं रह जाती है. इस मैच में भी वैसा ही कुछ हुआ.
* हसी कीजीवटताभरी पारी
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज माइक हसी ने रांची में अपनी टीम के लिए काफी उपयोगी पारी खेली. हसी ने इस मैच में 46 गेंदों पर 3 चौके और दो छक्कों की मदद से 56 रन बनाये. हसी ने ऑपनिंग की और 16 ओवर तक मैदान पर डटे हुए रहे. हसी एक ओर बेंगलूर के गेंदबाजों को सही तरह से खेल रहे थे और दूसरी ओर बल्लेबाजों का आना-जाना लगाहुआ था. वैसे में उनकी 56 रनों की उपयोगी पारी ने टीम को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की.