क्रिकेट संबंध बहाली पर भारत की उदासीन प्रतिक्रिया से निराश पीसीबी
कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष शहरयार खान ने भारत के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध दोबारा शुरू करने पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड की उदासीन प्रतिक्रिया पर निराशा जतायी है. शहरयार को उम्मीद थी कि हाल में उनके भारत के दौरे के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला दोबारा शुरू होगी लेकिन बीसीसीआई […]
कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष शहरयार खान ने भारत के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध दोबारा शुरू करने पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड की उदासीन प्रतिक्रिया पर निराशा जतायी है. शहरयार को उम्मीद थी कि हाल में उनके भारत के दौरे के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला दोबारा शुरू होगी लेकिन बीसीसीआई के सीनियर अधिकारियों से काफी सकारात्मक बयान नहीं सुनकर पीसीबी प्रमुख निराश हैं.
शहरयार ने एक समाचार चैनल से कहा, शिव सेना के मैच की पिच खोदने के बावजूद हम 1999 में भारत के दौरे पर गये थे क्योंकि हम खेल और राजनीति को मिलाने में विश्वास नहीं रखते.ह्णह्ण उन्होंने कहा, क्रिकेट सही भावना के साथ खेले जाने की जरूरत है. बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी राजीव शुक्ला के बयान से संभवत: शहरयार नाराज हैं. शहरयार कुछ दिन पहले ही भारत से लौटे थे और उन्होंने इस दौरे को सकारात्मक करार दिया था.
शुक्ला ने कहा था कि द्विपक्षीय श्रृंखला तुरंत दोबारा शुरू होने की कोई संभावना नहीं है और कुछ भी तय करने से पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कुछ शर्तों को पूरा करना होगा क्योंकि भारतीय तटस्थ स्थान पर खेलने को लेकर उत्सुक नहीं हैं. इसके विपरीत पीसीबी पहले ही इस साल दिसंबर में यूएई में भारत के खिलाफ द्विपक्षीय टेस्ट श्रृंखला की योजना बना चुका है.
शहरयार ने कहा कि दोनों देशों के प्रशंसकों को भारत-पाकिस्तान मैच देखना पसंद है लेकिन राजनीति इसे नुकसान पहुंचा रही हैं उन्होंने कहा,दोनों देशों के लोग एक दूसरे से नफरत नहीं करते. यह राजनीति है जो क्रिकेट संबंधों को नुकसान पहुंचा रही है. शहरयार ने कहा कि भारत के खिलाफ श्रृंखला वित्तीय तौर पर पीसीबी के लिए फायदेमंद होगी लेकिन मुख्य लक्ष्य भारत-पाक क्रिकेट संबंधों को दोबारा शुरू करना है.