गद्दाफी स्टेडियम के बाहर विस्फोट के बावजूद जिंबाब्वे रद्द नहीं करेगा पाकिस्तान दौरा

लाहौर : पाकिस्तान और जिंबाब्वे के बीच खेले जा रहेदूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के दौरान गद्दाफी स्टेडियम के बाहर हुआ बम विस्फोट आतंकी हमला था, हालांकि शुरुआत में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस बात से इनकार कर रहा था. विस्फोट के बावजूद जिंबाब्वे ने श्रृंखला जारी रखने का फैसला किया है जिसका अंतिम मुकाबला कल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2015 3:06 PM

लाहौर : पाकिस्तान और जिंबाब्वे के बीच खेले जा रहेदूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के दौरान गद्दाफी स्टेडियम के बाहर हुआ बम विस्फोट आतंकी हमला था, हालांकि शुरुआत में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस बात से इनकार कर रहा था. विस्फोट के बावजूद जिंबाब्वे ने श्रृंखला जारी रखने का फैसला किया है जिसका अंतिम मुकाबला कल खेला जायेगा.

कल रात यहां गद्दाफी स्टेडियम के पास यह विस्फोट हुआ जहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन किया जा रहा था.
सूचना मंत्री परवेज रशीद ने जियो न्यूज को पुष्टि की कि मैच के दौरान लगभग रात नौ बजे सुने गये धमाके रिक्शे में रखे गये विस्फोटकों का नतीजा थे.
रशीद ने बताया कि रिक्शे में विस्फोट कलमा चौक के साथ हुआ जो गद्दाफी स्टेडियम से लगभग एक किलोमीटर दूर है.शुरुआत में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि विस्फोट स्टेडियम के समीप बिजली के ट्रांसफार्मर में धमाके से हुआ था.पीसीबी प्रवक्ता नेआज पुष्टि की कि लोगों के बीच डर नहीं हो इसके लिए कल रात कदम उठाये गये थे. आगा अकबर ने कहा, धमाके सुने गये और इसके बाद यह बात फैल गयी लेकिन मैच देखने के लिए आये लोग व्यवस्थित रहे और कोई घटना नहीं हुई.

उन्होंने कहा, मुख्य चीज यह है कि जिंबाब्वे की टीम दौरा जारी रखेगी और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को अंतिम वनडे खेलेगी. अकबर ने कहा कि पहले चार मैचों की तरह अंतिम मैच में भी सभी टिकट बिक चुके हैं.पंजाब पुलिस के उप महानिरीक्षक डॉ हैदर अशरफ ने मीडिया से कहा कि रिक्शे में हुए धमाके में एक सब इंस्पेक्टर सहित कम से कम तीन पुलिसकर्मी मारे गये और कई घायल हो गये.

पंजाब पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि रिक्शे में हुए विस्फोट ध्यान भटकाने के लिए था जबकि एक अन्य आतंकी इसका फायदा उठाने की फिराक में था लेकिन सुरक्षा इतनी मजबूत थी कि वह गद्दाफी स्टेडियम में चारों तरफ सुरक्षा दायरे को नहीं भेद पाया और मारा गया.
अशरफ ने कहा, विस्फोट स्टेडियम से एक किलोमीटर की दूरी पर हुआ और इसके बाद भय का माहौल था. पुलिसकर्मियों और रेंजर्स स्थिति से काफी अच्छी तरह निपटे और हम मामले की जांच कर रहे हैं और घटना स्थल से साक्ष्य जुटा रहे हैं. मार्च 2009 में लाहौर में श्रीलंका क्रिकेट टीम की बस पर आतंकी हमले में छह पुलिसकर्मियों और एक वैन ड्राइवर की मौत के बाद जिंबाब्वे पाकिस्तान के दौरे पर आई टेस्ट खेलने वाली पहली टीम है.

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