ग्लेन मैकग्रा ने कहा, उत्तर भारत दे सकता है भारत को बेहतरीन तेज गेंदबाज

नयी दिल्ली : चेन्नई स्थित एमआरएफ पेस अकादमी में युवा तेज गेंदबाजों के कौशल से प्रभावित ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा ने आज कहा कि उत्तर भारत से हट्टे कट्टे गेंदबाजों को तलाशकर भारत की अधिक तेज गेंदबाजों की खोज पूरी हो सकती है. ऑस्ट्रेलिया के लिये 124 टेस्ट में 563 विकेट ले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2015 9:23 PM

नयी दिल्ली : चेन्नई स्थित एमआरएफ पेस अकादमी में युवा तेज गेंदबाजों के कौशल से प्रभावित ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा ने आज कहा कि उत्तर भारत से हट्टे कट्टे गेंदबाजों को तलाशकर भारत की अधिक तेज गेंदबाजों की खोज पूरी हो सकती है.

ऑस्ट्रेलिया के लिये 124 टेस्ट में 563 विकेट ले चुके छह फुट पांच इंच लंबे मैकग्रा भारत में तेज गेंदबाजों के अभाव की समस्या का समाधान नहीं तलाश सके लेकिन उन्हें मौजूदा गेंदबाजों से उम्मीदें हैं. उन्होंने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, एमआरएफ पेस फाउंडेशन की स्थापना 28 साल पहले की गई थी लेकिन मुझे लगता है कि भारत में तेज गेंदबाज तलाशना काफी कठिन है. ऐसे गेंदबाज नहीं है जो 150 से अधिक की तेजी से गेंद डाल सकें.

उन्होंने कहा, लेकिन उत्तर भारत में लोग शारीरिक रुप से हट्टे कट्टे और मजबूत हैं. यहां से तेज गेंदबाजों को तलाशना अच्छा विकल्प होगा. सरहद पार हर दौर में अच्छे तेज गेंदबाज निकलते आये हैं. उन्होंने कहा , यह अद्भुत है. पता नहीं इसमें जेनेटिक्स की भूमिका है या नहीं. यदि आपके पास छह फुट चार इंच लंबा गेंदबाज है और वह शक्तिशाली है तो उसे वह उछाल मिलेगी जो छह फुट से कम कद के गेंदबाज को नहीं मिलेगी. लंबे होने का फायदा मिलता है लेकिन सिर्फ इसी का फायदा नहीं मिलता. डेल स्टेन को देखो जो तेज गेंद फेंकता है और दुनिया का सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज है.

मैकग्रा ने युवा तेज गेंदबाजों को बेहतर प्रदर्शन की सलाह देते हुए कहा , मैं साल में तीन बार चेन्नई आता हूं. मुझे यहां की व्यवस्था पसंद है. कोचिंग अच्छी है और सुविधायें भी. यहां आने वाले युवा भी काफी कुशल है. हमने वरुण आरोन को खेलते देखा है जो एमआरएफ पेस फाउंडेशन से निकला है. मैं चाहता हूं कि वह भारत के लिये और खेले क्योकि उसमें अपार संभावनायें हैं.

उन्होंने कहा , उसके अलावा ईश्वर पांडे है जिसने अच्छा प्रदर्शन किया है और उसे मौके भी मिल रहे हैं. इन युवा गेंदबाजों को खुद को और निखारना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक गेंदबाजों के तकनीकी कौशल में कमी आई है और सटीक यार्कर अब देखने को नहीं मिलते.

उन्होंने कहा , अब बल्लेबाज नये शाट्स खेल रहे हैं. रन तेज गति से बनने लगे हैं. बल्लेबाजों में काफी विकास हुआ है और रिवर्स स्वीप भी आ गई है लेकिन गेंदबाजों से मुझे निराशा हुई है. तेज गेंदबाजों के तकनीकी कौशल में कमी आई है और वे लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे.

Next Article

Exit mobile version