चेन्नई : बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख और आईसीसी के मौजूदा चेयरमैन एन श्रीनिवासन को आज यहां तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) की 85वीं वार्षिक आम बैठक में सर्वसम्मति ने लगातार 14वीं बार अध्यक्ष चुना गया. श्रीनिवासन को इस पद पर एक साल के लिए चुना गया है. इससे पहले आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के कारण श्रीनिवासन को बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारियों के निर्वहन से रोक दिया गया था और बाद में उन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर दोबारा संभावित चयन की दौड से भी हटना पडा.
निवर्तमान सचिव काशी विश्वनाथन भी एक और कार्यकाल के लिए अपने पद पर बरकरार रहेंगे. वीवी नरसिम्हन को कोषाध्यक्ष चुना गया है. श्रीनिवासन 2002-03 से से टीएनसीए के प्रमुख हैं जो उन्होंने बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एसी मुथैया को हराकर चुनाव जीता था.
भारतीय क्रिकेट को झकझोरने वाले 2013 आईपीएल स्पाट फिक्सिंग प्रकरण के बाद से 70 वर्षीय प्रशासक श्रीनिवासन निशाने पर हैं. उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्ति समिति ने श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी में संलिप्त पाया था जिसके बाद उन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष के रुप में अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन से दूर रहने को बाध्य होना पडा था.
मयप्पन आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स के टीम प्रिंसिपल थे जिसमें श्रीनिवासन की कंपनी इंडिया सीमेंट्स की हिस्सेदारी है. उच्चतम न्यायालय ने हितों के टकराव के लिए उन्हें लताड भी लगाई थी और बाद में श्रीनिवासन को इस साल मार्च में बीसीसीआई चुनाव में उम्मीदवारी से प्रतिबंधित कर दिया गया था.
बीसीसीआई अध्यक्ष के रुप में जगमोहन डालमिया और सचिव के रुप में अनुराग ठाकुर की नियुक्ति के बाद क्रिकेट बोर्ड में श्रीनिवासन का वर्चस्व काफी कम हुआ है. श्रीनिवासन हालांकि सितंबर 2016 तक आईसीसी चेयरमैन बने रहेंगे. वह पिछले साल इस पद पर काबिज हुए थे.