वो लम्हा नहीं भुले सुरेश रैना जब सचिन तेंदुलकर के साथ किया था पहली बार डिनर

नयी दिल्ली : भारत की सीमित ओवरों की टीम के मध्यक्रम के अहम बल्लेबाज सुरेश रैना ने कहा है कि उन्होंने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला शतक बनाया था तो पूर्व खिलाडियों ने उनकी तारीफ की थी जो उनके करियर का यादगार लम्हा रहा. जून 2008 में कराची में हांगकांग के खिलाफ वनडे में रैना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2015 10:49 PM

नयी दिल्ली : भारत की सीमित ओवरों की टीम के मध्यक्रम के अहम बल्लेबाज सुरेश रैना ने कहा है कि उन्होंने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला शतक बनाया था तो पूर्व खिलाडियों ने उनकी तारीफ की थी जो उनके करियर का यादगार लम्हा रहा.

जून 2008 में कराची में हांगकांग के खिलाफ वनडे में रैना ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक जडा था और उस लम्हे के बारे में उन्होंने कहा, जब मैंने पहली बार शतक बनाया तो राहुल (द्रविड) भाई और (वीरेंद्र) सहवाग भाई ने मुझे अपनी कैप दी. यह मेरे लिए यादगार लम्हा था. इससे भी बढ़कर जब अगले ही दिन सचिन (तेंदुलकर) ने मुझे पूछा कि चलो डिनर करके आते हैं तो यह मेरे लिए यादगार लम्हा था.

वनडे श्रृंखला के लिए बांग्लादेश रवाना होने से पूर्व रैना से जब इस आगामी दौरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, बांग्लादेश ने हाल में विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया और पाकिस्तान के खिलाफ भी. उनके खिलाड़ी युवा हैं और सभी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारे खिलाड़ी जैसे आईपीएल में अच्छा कर रहे हैं वैसे ही उनके खिलाड़ी बीपीएल में अच्छा कर रहे हैं.

किसी भी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेलना आसान नहीं होता. वे हमारे खिलाफ काफी मैच खेले हैं और उन्हें पता है कि हमारी क्षमता क्या है और हमें पता है कि उनकी क्षमता क्या है. रैना ने कहा, हमारी टीम काफी अच्छा खेल रही है. विश्व कप में हमारा एक मैच खराब रहा और उससे हम काफी नाखुश थे. उसके बाद माही (कप्तान महेंद्र सिंह धौनी) और रवि भाई (टीम निदेशक रवि शास्त्री) ने टीम को संभाला.

नये टेस्ट कप्तान विराट कोहली की कप्तानी के संदर्भ में रैना ने कहा, यह काफी अच्छी बात है कि टीम इंडिया की मानसिकता बदल रही है और सब काफी मेहनत भी कर रहे हैं. हमने अपनी फिटनेस पर काफी ध्यान दिया है और दुनिया में हमारे क्षेत्ररक्षण की चर्चा हो रही है. अब हम हर बड़ी टीम से अच्छा मुकाबला करते हैं. विराट की बात करें तो वह जीत का भूखा है और हर बार टीम को जिताना चाहता है.

धौनी के टेस्ट संन्यास पर उन्होंने कहा, धौनी ने जो किया उसे कोई नहीं भूल सकता. जिस तरह से वह गए वो दिखाता है कि वह कितने उसूलों वाले व्यक्ति हैं. वह चाहते तो अपनी तरह से संन्यास ले सकते थे लेकिन वह दो कदम पीछे हटे और कोहली को गुडलक बोला. पूरी रात वह टेस्ट जर्सी पहनकर सोए. उन्होंने कहा, हमें नहीं पता था कि वह संन्यास ले रहा है. उन्होंने सब लड़कों को बुलाया और बताया. ये भावुक समय था और हमने कोई तैयारी नहीं की थी. उसने जैसी क्रिकेट खेली उसे सभी ने सेल्यूट किया.

Next Article

Exit mobile version