मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से शरद पवार के राज को खत्म करने के लिए तैयार हैं विजय पाटिल

मुंबई : शिवसेना से समर्थन हासिल करने वाले विजय पाटिल एनसीपी प्रमुख शरद पवार के राज को खत्म करने के लिये मुंबई क्रिकेट संघ के कल होने वाले चुनावों में अपना दावा पेश करेंगे. वर्तमान अध्यक्ष पवार और उनके साथ दो उपाध्यक्षों में से एक रहे पाटिल के बीच इस बार सीधा मुकाबला है जिसकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2015 5:21 PM

मुंबई : शिवसेना से समर्थन हासिल करने वाले विजय पाटिल एनसीपी प्रमुख शरद पवार के राज को खत्म करने के लिये मुंबई क्रिकेट संघ के कल होने वाले चुनावों में अपना दावा पेश करेंगे. वर्तमान अध्यक्ष पवार और उनके साथ दो उपाध्यक्षों में से एक रहे पाटिल के बीच इस बार सीधा मुकाबला है जिसकी क्रिकेट खेमों में काफी चर्चा है. दोनों ही पक्षों ने शानदार रात्रि भोजों का आयोजन करके लगभग 300 मतदाता क्लबों और जिमखानों को लुभाने की कोशिश की है.

पाटिल ने अपनी डिनर पार्टी में पवार से मुकाबले से हटने और क्रिकेट फर्स्ट पैनल को आशीर्वाद देने का आग्रह किया. इसके जवाब में पवार ने कहा कि वह संभवत: चुनाव नहीं लड़ते यदि पाटिल उनसे वादा करते कि एमसीए को मिले अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल मैचों को उनके (पाटिल) नवी मुंबई स्थित डी वाई पाटिल स्पोर्ट्स अकादमी स्टेडियम में आयोजित नहीं किया जाएगा.

शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे खुलकर पाटिल के समर्थन में आ गये हैं. उन्होंने पैनल की कल रात को आयोजित डिनर पार्टी में पाटिल के समर्थन की घोषणा की. उन्होंने पवार की यह कहते हुए आलोचना की कि महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर संन्यास ले चुके हैं लेकिन पवार अब भी बल्लेबाजी जारी रखना चाहते हैं जबकि एमसीए में लंबे समय तक रहने के बावजूद उनका स्कोर शून्य है.
हर दो साल में होने वाले इन चुनावों में दोनों पक्षों के बीच वाकयुद्ध भी चला. इन चुनावों में पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर उपाध्यक्ष के दो पदों में से एक पद के लिये पवार. महादालकर गुट की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं. क्रिकेट फर्स्ट ग्रुप ने पूर्व टेस्ट क्रिकेटरों अभय कुरुविला, लालचंद राजपूत और प्रवीण आमरे को अपना उम्मीद्वार बनाया है.
पवार गुट की तरफ से उपाध्यक्ष पद के लिये भाजपा विधायक आशीष शेलार और वेंगसरकर जबकि क्रिकेट फर्स्ट ग्रुप की तरफ से कुरुविला और शिवसेना विधायक प्रताप सरनायक उपाध्यक्ष पद की दौड में शामिल हैं. शिवसेना के सांसद राहुल शेवाले 11 सदस्यीय प्रबंध समिति के लिये पाटिल की अगुवाई वाले गुट से मैदान में हैं.
पवार 2001 से 2011 तक दस वर्ष तक एमसीए के अध्यक्ष रहें इसके बाद उन्होंने साथी राजनीतिज्ञ विलासराव देशमुख को यह पद सौंप दिया था. देशमुख के 2012 में निधन के कारण रवि सावंत अंतरिम अध्यक्ष बने जिसके बाद पिछले चुनावों में पवार को निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया था.

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