फंस सकता है भारत का जिम्बाब्वे दौरा

हरारे : भारत के अगले महीने होने वाले जिंबाब्वे दौरे को लेकर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं और जिंबाब्वे क्रिकेट ने कहा है कि अगर बीसीसीआई और प्रसारणकर्ता टेन स्पोर्ट्स के बीच मौजूदा मुद्दा समय पर नहीं सुलझता है तो श्रृंखला अगले साल के लिए स्थगित हो सकती है. जिंबाब्वे क्रिकेट ने कहा है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2015 3:48 PM

हरारे : भारत के अगले महीने होने वाले जिंबाब्वे दौरे को लेकर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं और जिंबाब्वे क्रिकेट ने कहा है कि अगर बीसीसीआई और प्रसारणकर्ता टेन स्पोर्ट्स के बीच मौजूदा मुद्दा समय पर नहीं सुलझता है तो श्रृंखला अगले साल के लिए स्थगित हो सकती है. जिंबाब्वे क्रिकेट ने कहा है कि उसे अगले महीने भारत की मेजबानी की उम्मीद है और वह श्रृंखला से पहले मतभेद का हल निकालने के लिए लगातार बीसीसीआई और टेन स्पोर्ट्स के संपर्क में है.

भारत को 10 जुलाई से जिंबाब्वे में तीन वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला खेलनी है. जिंबाब्वे क्रिकेट ने विज्ञप्ति में कहा, इस तरह की खबरें हैं कि जिंबाब्वे क्रिकेट के प्रसारण साझेदार से जुडा मुद्दा भारत के आगामी जिंबाब्वे दौर के लिए खतरा बन रहा है. स्थिति यह है कि जेडसी लगातार बीसीसीआई और टेन स्पोर्ट्स के संपर्क में है जिससे कि दौरे से पहले इस मुद्दे का हल खोजा जा सके.

उन्होंने कहा, अगर इस मुद्दे के समाधान में काफी वक्त लगता है तो जेडसी और बीसीसीआई संभवत: आपसी सहमति से दौरे को अगले साल कराने के लिए राजी हो सकते हैं. जिंबाब्वे क्रिकेट के अध्यक्ष विल्सन मनासे और सीईओ विल्फ्रेड मुकोनदीवा बारबडोस के ब्रिजटाउन में 22 से 26 जून तक होने वाली आईसीसी की वार्षिक कांफ्रेंस के इतर बीसीसीआई अधिकारियों से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.

विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि जिंबाब्वे क्रिकेट ने वीजा के लिए अब तक स्थानीय आव्रजन अधिकारियों से संपर्क नहीं किया है क्योंकि दोनों बोर्ड ने अब तक दौरे के सहमति पत्र को अंतिम रुप नहीं दिया है. मनासे ने कहा, क्रिकेट राष्ट्रीय खेल है और जेडसी के सभी संबंधित सरकारी कार्यालयों में सौहार्दपूर्ण रिश्ते हैं इसलिए वीजा हासिल करना मुद्दा नहीं है. अहम मुद्दा यह है कि हम बारबडोस में क्या चर्चा करते हैं.

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