क्या जीत के प्रति भारत का जुनून समाप्त हो गया है?
रविवार का दिन भारतीय क्रिकेट के लिहाज से काला दिन साबित हुआ. बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम ने भारत को कुचलते हुए लगातार दो जीत के साथ वनडे श्रृंखला पर कब्जा जमा लिया है. बांग्लादेश के खिलाफ शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया की कमजोरी खुल कर सामने आ चुकी है. बांग्लादेश के खिलाफ मैदान में […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
June 22, 2015 6:02 PM
रविवार का दिन भारतीय क्रिकेट के लिहाज से काला दिन साबित हुआ. बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम ने भारत को कुचलते हुए लगातार दो जीत के साथ वनडे श्रृंखला पर कब्जा जमा लिया है. बांग्लादेश के खिलाफ शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया की कमजोरी खुल कर सामने आ चुकी है.
बांग्लादेश के खिलाफ मैदान में बल्लेबाजी,गेंदबाजी और फिल्डिंग में भारतीय टीम की कमजारी साफ नजर आयी. भारतीय टीम में कभी भी ऐसा नहीं लगा कि यही वह टीम है जो 2011 में दुनिया पर अपना दबदबा जमाया था. कप्तान महेंद्र सिंह धौनी जो अपनी जादुई कप्तानी के लिए जाने जाते हैं. उनकी कप्तानी में भी वह जज्बा दिखायी नहीं दिया. भारतीय क्रिकेट टीम के हालिया जीत पर अगर गौर करें तो जीत में महेंद्र सिंह धौनी का योगदान काफी रहा है. लेकिन बांग्लादेश दौरे पर धौनी की कप्तानी में वह दम दिखायी नहीं दिया.
भारतीय क्रिकट टीम को दुनिया का सबसे मजबूत बल्लेबाजी क्रम के लिए जाना जाता है. टीम में एक से एक दिग्गज बल्लेबाज हैं. रोहित शर्मा,विराट कोहली,शिखर धवन,महेंद्र सिंह धौनी, सुरेश रैना, जिनके पास सौकड़ों मैच खेलने का अनुभव है. इन खिलाडियों ने क्रिकेट में कई रिकार्ड अपने नाम दर्ज किये हैं, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ इन खिलाडियों ने जिस तरह से गैरजिम्मेदाराना खेल का प्रदर्शन किया है वह चकित कर देने वाला है.
विराट कोहली जिन्हें टीम इंडिया का टेस्ट कप्तान बनाया गया है, बांग्लादेश के खिलाफ उनका शॉट सेलेक्शन बेहद खराब रहा है. उन्होंने अपना विकेट गैरजिम्मेदारान तरिके से बांग्लादेशी गेंदबाजों को दे दिया. टीम इंडिया में ऑलराउंडर की हैसियत से खेल रहे रवींद्र जडेजा के खेल में मैच दर मैच गिरावट आते जा रहा है. फिर भी उन्हें टीम में जगह मिलना समझ से परे हो गया है. गेंदबाजी में स्पिनर आर अश्विन को छोड़ दिया जाए तो किसी भी गेंदबाज में विकेट लेने का दम दिखायी नहीं पड़ता है. बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय गेंदबाजों ने दिशाहीन गेंदबाजी का नजारा पेश किया.
भारतीय टीम जब विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा रही थी तो टीम की जीत पर सभी को संदेह था, लेकिन टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया और सेमिफाइनल तक पहुंची. कई रिकार्ड भी अपने नाम किये. विश्व कप में खेल रही टीम इंडिया और बांग्लादेश के खिलाफ खेल रही टीम इंडिया में बड़ा फर्क नजर आया. विश्व कप में खेल रही टीम में जीत का दम दिखायी देता था, वहीं बांग्लादेश दौरे पर गयी टीम इंडिया में जीत का जज्बा कहीं से भी नजर नहीं आता है.
दूसरी ओर दुनिया में सबसे कमजोर समझी जाने वाली बांग्लादेशी टीम में जीत के प्रति गजब का जज्बा दिखा. भारत के खिलाफ श्रृंखला शुरू होने से पहले ही टीम के एक-एक खिलाडियों में जीत के प्रति जज्बा दिखायी दिया. उन्हें भारत के खिलाफ जीत का पूरा भरोसा था. बांग्लादेशी टीम ने न केवल गेंदबाजी में बल्कि बल्लेबाजी और फिल्डिंग में भी भारत को पछाड़ दिया. टीम में गजब की एकजुटता देखने को मिला. और यही वजह है कि बांग्लादेश ने भारत को हराकर श्रृंखला पर कब्जा जमा लिया है.