डीआरएस विवाद में फंसा श्रीलंका-पाकिस्तान टेस्ट
कोलंबो : पाकिस्तान को कोलंबो में दूसरे टेस्ट के दौरान कल टीवी अंपायर पाल रीफेल की गलती से विकेट से महरुम रहना पड़ा था और उसने एक रिव्यू भी गंवाया था जिसके बाद उसे आज एक अतिरिक्त रिव्यू का विकल्प दिया गया. यह घटना कल पी सारा ओवल में पहले दिन के खेल के दौरान […]
कोलंबो : पाकिस्तान को कोलंबो में दूसरे टेस्ट के दौरान कल टीवी अंपायर पाल रीफेल की गलती से विकेट से महरुम रहना पड़ा था और उसने एक रिव्यू भी गंवाया था जिसके बाद उसे आज एक अतिरिक्त रिव्यू का विकल्प दिया गया.
यह घटना कल पी सारा ओवल में पहले दिन के खेल के दौरान हुई जब पाकिस्तान ने जुल्फिकार बाबर की गेंद पर कौशल सिल्वा के खिलाफ स्लिप में कैच की अपील मैदानी अंपायर सुदंरम रवि द्वारा ठुकरा दिए जाने पर रिव्यू लिया था.
लगातार रीप्ले देखने के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज और इस मैच में तीसरे अंपायर की भूमिका निभा रहे रीफेल ने अंपायर के फैसले को सही ठहराया कि गेंद बल्ले से नहीं लगी. फैसले की समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का हिस्सा स्निकोमीटर या हाटस्पाट नहीं है. लेकिन रीप्ले से यह भी सुझाव आया कि अगर गेंद बल्ले से नहीं टकराई है तो बल्लेबाज पगबाधा है क्योंकि गेंद स्टंप से टकराती. रीफेल ने इस संभावना पर विचार नहीं किया.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का डीआरएस से जुडा नियम कहता है, फैसले की समीक्षा के दौरान अगर तीसरे अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज किसी और तरीके से आउट हो सकता है जो उसे मैदानी अंपायर को इसी के अनुसार सलाह देनी चाहिए. पाकिस्तान के कैच वकार यूनिस ने इस घटना के बाद मैच रैफरी क्रिस ब्राड से स्पष्टीकरण मांगा लेकिन फैसले को बदला नहीं जा सका क्योंकि खेल पहले ही शुरु हो चुका था.
सिल्वा इस समय 13 रन बनाकर खेल रहे थे और उन्होंने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 21 रन बना. आईसीसी ने इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन शुक्रवार को जब खेल दोबारा शुरु हुआ तो टेलीविजन ग्राफिक्स में पुष्टि हुई कि पाकिस्तान के पारी के दोनों रिव्यु बचे हुए हैं.