क्रिकेट के नियमों में बदलाव, बैटिंग पावर प्ले समाप्त, अब हर नो बॉल पर फ्री हिट

बारबाडोस : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने सीमित ओवर के क्रिकेट से जुड़े कई नियमों में बदलाव किये हैं. अब एकदिवसीय और ट्वेंटी-20अंतरराष्ट्रीय मैचों में हर प्रकार के नो बॉल पर फ्री हिट मिलेंगे. अब तक सिर्फ फ्रंट फुट (ओवर स्टेपिंग) नो-बॉल पर फ्री हिट मिलते थे. वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजी पावरप्ले को खत्म करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2015 1:43 PM

बारबाडोस : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने सीमित ओवर के क्रिकेट से जुड़े कई नियमों में बदलाव किये हैं. अब एकदिवसीय और ट्वेंटी-20अंतरराष्ट्रीय मैचों में हर प्रकार के नो बॉल पर फ्री हिट मिलेंगे. अब तक सिर्फ फ्रंट फुट (ओवर स्टेपिंग) नो-बॉल पर फ्री हिट मिलते थे.

वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजी पावरप्ले को खत्म करने और पारी के अंतिम 10 ओवरों में 30 गज के बाहर पांच खिलाड़ियों को रखने की छूट देने का निर्णय लिया भी लिया गया है. साथ ही वनडे में पहले 10 ओवर तक दो खिलाड़ियों को अनिवार्य रूप से कैच लेने की स्थिति में तैनात करने संबंधी नियम को हटाने का निर्णय भी लिया गया है. ये नियम पांच जुलाई से शुरू हो रही सीरीजों पर लागू होंगे.

आइसीसी बोर्ड ने यहां चल रहे आइसीसी वार्षिक सम्मेलन के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले की अगुवाई वाली समिति की सिफारिश पर यह निर्णय लिया है. आइसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा हम लोगों ने सफल आइसीसी क्रिकेट विश्व कप के बाद वनडे प्रारूप की समीक्षा की. इस लोकप्रिय प्रारूप में किसी तरह की मौलिक बदलाव की आवश्यकता नहीं थी लेकिन हम लोग चाहते थे कि इसे सहज और आसान बनाये. साथ ही गेंद और बल्ले के बीच संतुलन हो.

डेविड रिचर्डसन ने कहा, इस तरह के सुधार से हम लोगों ने वनडे क्रिकेट को उत्साह से परिपूर्ण, आक्रामक और रोमांचक बनाये रखने का प्रयास किया है जो हालिया दिनों में 50 ओवर के क्रिकेट की पहचान बन चुका है. साथ ही यह प्रयास 2019 में इंगलैंड में होने वाले अगले विश्व कप के लिए सकारात्मक दिशा देने के लिए किया गया है.

* बल्ला ही नहीं, गेंद पर भी नजर

मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्डसन ने कहा कि आइसीसी अब मेरिबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के साथ मिलकर गेंद की सीम में बदलाव की संभावनाओं पर भी विचार करेगा. उन्होंने कहा, हम जानना चाहते हैं कि क्या सीम की चौड़ाई और उभार में परिवर्तन कर इसे गेंदबाजों के लिए अधिक मददगार बनाया जा सकता है या नहीं. विश्व कप शुरू होने से पहले उन्होंने कहा कि क्रिकेट में बल्ले और गेंद के बीच संतुलन गड़बड़ा रहा है. बल्लेबाज हावी हो रहे हैं और गेंदबाज बैकफुट पर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बल्लेबाज की तरह गेंदबाज भी खेल का अहम हिस्सा हैं और उनपर ध्यान देना जरूरी है.

– नियमों में बदलाव से टीमों का नफा-नुकसान

* भारतीय गेंदबाज नॉ बॉल फेंकने में सबसे आगे हैं. इससे ओवरऑल भारत को नुकसान हो सकता है.

* बाउंसर और बीमर पर दिये जाने वाले नो-बॉल पर भी फ्री हिट मिलेंगे. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों को हो सकता है नुकसान.

* आखिरी 10 ओवरों में 30 गज के बाहर पांच फील्डर होने से स्पिनरों पर निर्भर टीमों को होगा फायदा.

* बैटिंग पावरप्ले हटने से टीमें आखिरी ओवरों के लिए अच्छे गेंदबाज का कोट बचाकर रखने में सफल होगी.

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