IPL स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में कल श्रीसंत के भाग्य का होगा फैसला
नयी दिल्ली : दिल्ली की अदालत के कल आईपीएल छह स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में आरोप तय करने को लेकर आदेश देने की उम्मीद है. इस मामले में निलंबित क्रिकेटर एस श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण के अलावा अन्य लोग आरोपी हैं जिनमें अंडरवर्ल्ड डान दाउद इब्राहिम और उसका सहयोगी छोटा शकील भी शामिल है. […]
नयी दिल्ली : दिल्ली की अदालत के कल आईपीएल छह स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में आरोप तय करने को लेकर आदेश देने की उम्मीद है. इस मामले में निलंबित क्रिकेटर एस श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण के अलावा अन्य लोग आरोपी हैं जिनमें अंडरवर्ल्ड डान दाउद इब्राहिम और उसका सहयोगी छोटा शकील भी शामिल है.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नीना बंसल कृष्णा ने 23 मई को इस मामले में आरोप तय करने को लेकर कल का दिन आरक्षित किया था और आरोपियों की ओर से पेश हो रहे वकीलों को छह जून तक लिखित में अपना पक्ष रखने को कहा था. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने अपने आरोप पत्र में 42 लोगों को आरोपी बनाया था जिसमें से छह भगोडे हैं.
इस मामले में पुलिस की जांच पर हालांकि अदालत ने सवाल उठाते हुए मैच फिक्सिंग पर कहा था कि प्रथम दृष्टया कोई साक्ष्य नहीं दर्शाता कि आरोपियों ने मैच फिक्स किए. इस मामले में आरोप तय करने को लेकर हुई जिरह के दौरान पुलिस ने आरोपियों के मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी में शामिल होने के अपने दावे को पुख्ता करने के लिए आरोपियों के बीच टेलीफोन पर बातचीत का संदर्भ दिया था.
इसके साथ ही आरोप लगाया गया था कि टेलीफोन पर हुए काल रिकार्ड आरोपियों के बीच संबंध की ओर इशारा करते हैं. इस बीच आरोपियों का प्रतिनिधित्व कर रहे वकीलों ने पुलिस के दावे पर कहा था कि जांच में प्रथम दृष्टया उनके मुवक्किलों के द्वारा कोई अपराध साबित नहीं होता.
बचाव पक्ष के वकील ने साथ ही कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा कोई सबूत नजर नहीं आता जिनके आधार पर इस मामले में आरोप तय किए जाएं. अदालत ने इससे पहले दाउद और छोटा शकील को घोषित अपराधी बताया था क्योंकि वे इस मामले में गिरफ्तारी से बच रहे हैं.
पुलिस ने अदालत से कहा कि मुंबई में दाउद और शकील की संपत्तियों को पहले ही 1993 के मुंबई श्रृंखलावार धमाकों के संबंध में कुर्क किया जा चुका है और ये दोनों 1993 के बाद भारत नहीं आए.