कोलकाता : बायें हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा को आगामी सत्र के लिये बंगाल की तरफ से खेलने के लिये सौरव गांगुली ने पेशकश की थी जो इतना आकर्षक था कि उन्हें हैदराबाद से भावनात्मक विदाई लेनी पड़ी.
ओझा ने कहा, सौरव ने मेरे से बात की और कहा कि वे मुझे बंगाल की टीम में देखना चाहते हैं. मेरे लिये यह आकर्षक था और मैं इसे नहीं ठुकरा सकता था. मेरा मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय टीम में वापसी के लिये एलीट टीम की तरफ से खेलना था. मुझे स्वीकृति पत्र (करार) मिल गया है और मेरा अनापत्ति प्रमाणपत्र भी तैयार है. ओझा भले ही ओडिशा के रहने वाले हैं लेकिन 2001 में 14 साल की उम्र से हैदराबाद की तरफ से खेल रहे हैं. वह भारत की तरफ से 24 टेस्ट और 18 वनडे खेल चुके हैं.