आधे से अधिक भारतीय खिलाडियों का पहला जिंबाब्वे दौरा, हरभजन-रहाणे पर दबाव
जिंबाब्वे के खिलाफ तीन वनडे और दो टी-20 मैचों की श्रृंखला के लिए कल टीम इंडिया भारत से रवाना होने वाली है. भारत के लिहाज से इस दौरे को काफी अहम दौरा समझा जा रहा है. इस दौरे पर टीम इंडिया में अधिकांश खिलाड़ी नये हैं. यहां तक इस टीम में ऐसे भी खिलाड़ी हैं […]
जिंबाब्वे के खिलाफ तीन वनडे और दो टी-20 मैचों की श्रृंखला के लिए कल टीम इंडिया भारत से रवाना होने वाली है. भारत के लिहाज से इस दौरे को काफी अहम दौरा समझा जा रहा है. इस दौरे पर टीम इंडिया में अधिकांश खिलाड़ी नये हैं.
यहां तक इस टीम में ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिसने अब तक एक बार भी जिंबाब्वे का दौरा नहीं किया है. वैसे खिलाडियों में आधे से अधिक खिलाडियों का नाम है. इससे पहले टीम इंडिया 2013 में जिंबाब्वे दौरे पर गयी थी. 2013 में जिंबाब्वे दौरे पर गयी टीम के खिलाडियों में केवल अजिंक्य रहाणे और मोहित शर्मा ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें इस बार भी टीम में शामिल किया गया है.
पहली बार जिंबाब्वे दौरे पर जाने वालों में स्टूअर्ट बिन्नी, केदार जाधव,धवल कुलकर्णी,भुवनेश्वर कुमार,मनीष पांडे,अक्षर पटेल, अंबाती रायडू,संदीप शर्मा और मनोज तिवारी हैं. पिछले दौरे पर टीम की कमान विराट कोहली के कंधे पर थी,लेकिन इस बार महेंद्र सिंह धौनी, विराट कोहली जैसे सिनियर खिलाडियों को आराम देकर रहाणे को कप्तान बनाया गया.
जिंबाब्वे दौरे में रहाणे के कंधे पर बड़ी जिम्मेवारी होगी. उन्हें जिंबाब्वे के खिलाफ जीत दर्ज कर टीम इंडिया की जो क्षवि बांग्लादेश दौरे में खराब हुई है उसे भी दूर करने पर होगी. बांग्लादेश के खिलाफ वनडे श्रृंखला हार कर टीम इंडिया ने अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगा दी है. हालांकि रहाणे के लिए एक बड़ी राहत की बात है कि उनके साथ रोबिन उथप्पा और हरभजन सिंह जैसे सिनियर खिलाडियों का साथ है. ज्ञात हो आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद हरभजन सिंह को पहले टेस्ट मैच फिर वनडे श्रृंखला में वापसी करायी गयी है. चार साल के बाद भज्जी वनडे में नजर आने वाले हैं.