सौरव गांगुली का जन्मदिन आज, जानें उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान में बीसीसीआई सलाहकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली आज 42 साल के हो गये. आज 8 जुलाई को उनका जन्मदिन है. सौरव गांगुली को भारतीय कप्तानों में सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जाता है. उन्हें लोग प्यार से दादा भी पुकारते हैं. सौरव गांगुली ने […]
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान में बीसीसीआई सलाहकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली आज 42 साल के हो गये. आज 8 जुलाई को उनका जन्मदिन है. सौरव गांगुली को भारतीय कप्तानों में सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जाता है. उन्हें लोग प्यार से दादा भी पुकारते हैं. सौरव गांगुली ने विदेशी सरजमीं पर टीम को विजय दिलायी और भारतीय क्रिकेट को सम्मानित किया. वे एक शानदार बैट्समैन और सफल गेंदबाज भी थे.
सौरव को क्रिकेट की दुनिया में लेकर उनके बड़े भाई आये
सौरव गांगुली का परिवार कोलकाता का काफी संपन्न परिवार था और उनकी मां और उनके पिता यह नहीं चाहते थे कि वे क्रिकेट या फिर किसी और खेल को कैरियर बनायें, लेकिन सौरव की रुचि क्रिकेट में थी, ऐसे में उनके बड़े भाई स्नेहाशीश उन्हें क्रिकेट की दुनिया में लेकर आये और अपने माता-पिता से यह आग्रह किया कि वे सौरव को क्रिकेट की कोचिंग दिलायें, ताकि उसका सपना पूरा हो. उस वक्त सौरव 10वीं कक्षा में पढ़ते थे.
सौरव पर लगा था घमंडी होने का आरोप
जब सौरव ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था, तो उनपर घमंडी होने का आरोप लगा था. यहां तक कहा जाता है कि उन्होंने मैदान पर अपने सीनियर्स के लिए यह कहते हुए ड्रिंक्स ले जाने से इनकार कर दिया था कि यह उनके काम का हिस्सा नहीं है. जिसके कारण उन्हें टीम से बाहर भी कर दिया गया था.
सफल रहा इंग्लैंड का दौरा
1996 में जब वे इंग्लैंड दौरा पर गये, तो उन्होंने शतक जड़ा और टीम का हिस्सा बन गये. यहां उन्होंने सचिन तेंदुलकर के साथ 255 रन की साझेदारी भी की.
बचपन की दोस्त डोना रॉय से की शादी
सौरव गांगुली ने 1997 में अपनी बचपन की दोस्त डोना रॉय से शादी की . हालांकि दोनों का परिवार इस विवाह को लेकर राजी नहीं था, बावजूद इसके उनदोनों ने शादी की.
वर्ष 2000 में बने टीम इंडिया के कप्तान
सौरव गांगुली को वर्ष 2000 में टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया था, उस वक्त वे टीम इंडिया के उप कप्तान थे और सचिन तेंदुलकर ने कप्तान बने रहने से इनकार कर दिया था. सौरव ने टीम को काफी सफलता दिलायी और 2003 विश्वकप के फाइनल में भी लेकर गये.
विवादों से रहा है नाता
सौरव गांगुली के कैरियर में भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल के साथ विवाद को भी शामिल किया जाता है, क्योंकि इस विवाद के कारण ही सौरव गांगुली के कैरियर का एक तरह से अंत हो गया. इसके अलावा वर्ष 2002 में नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में इंग्लैंड को हराने के बाद उनका शर्ट खोलकर जश्न मानने का तरीका भी विवादों में आया था.