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अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारत ने जिंबाब्वे में जीता पहला वनडे

हरारे : अंबाती रायुडु के शतक और स्टुअर्ट बिन्नी के आलराउंड खेल से भारत ने एल्टन चिगुंबुरा के प्रयासों के कारण कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां चार रन की रोमांचक जीत दर्ज की. रायुडु ने विषम परिस्थितियों में नाबाद 124 रन की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2015 6:29 PM

हरारे : अंबाती रायुडु के शतक और स्टुअर्ट बिन्नी के आलराउंड खेल से भारत ने एल्टन चिगुंबुरा के प्रयासों के कारण कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां चार रन की रोमांचक जीत दर्ज की. रायुडु ने विषम परिस्थितियों में नाबाद 124 रन की परिपक्व पारी खेली. इसके लिये उन्होंने 133 गेंद का सामना किया तथा 13 चौके और एक छक्का लगाया.

उन्होंने ऐसे समय में बिन्नी (77) के साथ छठे विकेट के लिये 160 रन की रिकार्ड साझेदारी की जबकि भारत ने शीर्ष क्रम के पांच विकेट 87 रन पर गंवा दिये थे. रायुडु और बिन्नी ने आखिर में भारत को छह विकेट पर 255 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया. चिंगुबुरा ने हालांकि भारतीय खेमे में हलचल मचाये रखी. उन्होंने 101 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 104 रन बनाये.

उन्होंने ग्रीम क्रेमर (27) के साथ सातवें विकेट के लिये 86 रन की साझेदारी की लेकिन आखिर में जिम्बाब्वे सात विकेट पर 251 रन तक ही पहुंच पाया. जिम्बाब्वे की तरफ से सिकंदर रजा ने भी 37 और हैमिल्टन मास्कादजा ने 34 रन का योगदान दिया. भारतीय गेंदबाजों ने जिम्बाब्वे को भी शुरू में झटके दिये लेकिन चिगुंबुरा ने एक छोर संभाले रखा. भुवनेश्वर कुमार ने पारी के पांचवें ओवर में चामू चिभाभा (तीन) को आउट करके भारत को शुरुआती सफलता दिलायी.

दूसरे बदलाव के रूप में आये बिन्नी ने बुसी सिबांडा (20) की पारी का अंत किया. अक्षर पटेल ने हैमिल्टन मास्कादजा (34) और सीन विलियम्स (शून्य) को लगातार ओवरों में आउट करके भारत का पलडा भारी कर दिया लेकिन सिकंदर रजा आते ही गेंदबाजों पर हावी हो गये. उन्होंने हरभजन की गेंद पर अक्षर को कैच थमाने से पहले 33 गेंदों की अपनी पारी में सात चौके लगाये.

बिन्नी ने विकेटकीपर रिचमंड मुतुबामी (सात) को अधिक देर तक नहीं टिकने दिया लेकिन क्रेमर के रूप में चिंगुबुरा को अच्छा साथी मिला. चिंगुबुरा गेंद और रनों के बीच के बढते अंतर के बावजूद दबाव में नहीं खेले और उन्होंने रन गति तेज करने की अपनी कोशिशें जारी रखी. उन्होंने पारी के 49वें ओवर में अपना दूसरा वनडे शतक पूरा किया. इससे पिछले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में उन्होंने 117 रन की पारी खेली थी.

धवल कुलकर्णी ने इस ओवर में क्रेमर को आउट करके भारत की उम्मीद फिर से जगा दी. जिम्बाब्वे को आखिरी ओवर में दस रन की दरकार थी लेकिन भुवनेश्वर ने अपने इस ओवर में केवल पांच रन देकर भारत को तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढत दिलायी. इससे पहले भारतीय पारी पूरी तरह रायुडु और बिन्नी के ईद गिर्द घूमती रही. इन दोनों खिलाडियों ने अपना उच्चतम स्कोर बनाया और छठे विकेट की साझेदारी का नया भारतीय रिकार्ड बनाया.

इससे पहले का रिकार्ड युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर था जिन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ इसी मैदान पर दस साल पहले 158 रन जोडे थे. बिन्नी ने अपनी पारी 76 गेंद खेली तथा छह चौके और दो छक्के लगाये. रायुडु और बिन्नी के अलावा केवल कप्तान अंजिक्य रहाणे (34) ही दोहरे अंक में पहुंचे. जिम्बाब्वे की तरफ से चामू चिभाभा (25 रन देकर दो विकेट) और डोनाल्ड ट्रिपानो (48 रन देकर दो विकेट) ने दो-दो विकेट हासिल किये. भारत ने शुरू में ही मुरली विजय (एक) का विकेट गंवा दिया.

उन्होंने चौथे ओवर में बायें हाथ के तेज गेंदबाज ब्रायन विटोरी की गुडलेंथ गेंद पर दूसरी स्लिप में वुसी सिबांडा को कैच थमाया. भारतीय बल्लेबाज शुरु से रन बनाने के लिये जूझ रहे थे. विजय के साथ पारी की शुरुआत करने वाले रहाणे और रायुडु ने दूसरे विकेट के लिये 51 रन जोडकर पारी संवारने की कोशिश की लेकिन इसके बाद अचानक ही विकेट निकलने शुरू हो गये. भारत ने सात ओवर के अंदर चार विकेट गंवाये.

रहाणे ने अपनी 49 रन की पारी में चार चौके लगाये. ट्रिपानो को कुछ अतिरिक्त उछाल मिल रहा था और उनकी गेंद रहाणे के बल्ले को चूमती हुई स्लिप में जिम्बाब्वे के कप्तान हैमिल्टन मास्कादजा के पास चली गयी. लंबे समय बाद सीनियर टीम में वापसी करने वाले मनोज तिवारी (दो) और रोबिन उथप्पा (शून्य) मौके का फायदा उठाने में नाकाम रहे जबकि केदार जाधव (पांच) का पदार्पण भी अच्छा नहीं रहा जिससे 25वें ओवर तक स्कोर पांच विकेट पर 87 रन हो गया.

तिवारी को जहां चिभाभा ने पगबाधा आउट किया वहीं उथप्पा अपना खाता भी नहीं खोल पाये और सिकंदर रजा की सीधी हिट पर रन आउट हो गये. अपना पहला मैच खेल रहे जाधव को चिभाभा ने अपना दूसरा शिकार बनाया. उन्होंने विकेटकीपर रिचमंड मुतुबामी को कैच दिया. रायुडु को ऐेसे समय में अच्छे जोडीदार की तलाश थी और बिन्नी ने उनका पूरा साथ दिया. इन दोनों ने शुरू में सतर्कता दिखायी लेकिन बाद में ढीली गेंदों पर करारे शाट भी लगाये.

बिन्नी ने इस बीच लंबे शाट खेलने के अपने कौशल का भी अच्छा नमूना पेश किया. बिन्नी ने 45वें ओवर में अपना पहला अर्धशतक पूरा किया जबकि टिनसे पेनयांगरा की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका जडने वाले रायुडु ने 117 गेंद पर अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया. बिन्नी 49वें ओवर में ट्रिपानो पर लंबा शाट खेलने के प्रयास में आउट हुए.

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