श्रीनिवासन को अब बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व नहीं करना चाहिए : आदित्य वर्मा

नयी दिल्ली: आईपीएल स्पाट फिक्सिंग के याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने लोढा समिति के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि बीसीसीआई को अब आईसीसी में अपने प्रतिनिधि के रूप में एन श्रीनिवासन के नामांकन को रद्द कर देना चाहिए. पूर्व मुख्य न्यायधीश आर एम लोढा की अगुवाई वाली उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2015 5:07 PM

नयी दिल्ली: आईपीएल स्पाट फिक्सिंग के याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने लोढा समिति के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि बीसीसीआई को अब आईसीसी में अपने प्रतिनिधि के रूप में एन श्रीनिवासन के नामांकन को रद्द कर देना चाहिए.

पूर्व मुख्य न्यायधीश आर एम लोढा की अगुवाई वाली उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने आज दो बार के चैंपियन सीएसके और पहले आईपीएल के विजेता राजस्थान रायल्स को दो साल के लिए निलंबित कर दिया जबकि उनके सहमालिकों क्रमश: गुरुनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा को खेल को बदनाम करने के लिए क्रिकेट मैचों से संबंधित गतिविधियों मेंशामिल होने के लिए आजीवन निलंबित कर दिया गया.
गैरमान्यता प्राप्त बिहार क्रिकेट संघ के सचिव वर्मा ने कहा, मैं न्यायमूर्ति लोढा समिति के फैसले से बहुत खुश हूं. जिन लोगों को खेल को बदनाम किया बीसीसीआई को उन्हें दूर कर देना चाहिए. मैं चाहता हूं कि बीसीसीआई विशेष समिति का गठन करे और एन श्रीनिवासन ( पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष ) को हमेशा के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड से बाहर कर दे.

वर्मा ने कहा, मैं इस फैसले के बाद उनका ( श्रीनिवासन ) आईसीसी में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व समाप्त करने का आग्रह भी करता हूं. यदि बीसीसीआई ने मेरी मांग स्वीकार नहीं की तो मैं इस मसले को लेकर बीसीसीआई को अदालत में जाऊंगा.

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