अब क्या होगा खिलाड़ियों का ?
नयी दिल्ली : सीएसके और राजस्थान रॉयल्स अगले दो साल तक आइपीएल में नजर नहीं आयेंगी. सीएसके और राजस्थान पर बैन के बाद उन खिलाड़ियों का भविष्य अधर में लटक गया है, जो दोनों टीमों की ओर से खेलते हैं. चेन्नई और राजस्थान के करीब 11 खिलाड़ी टीम इंडिया की ओर से भी खेलते हैं. […]
नयी दिल्ली : सीएसके और राजस्थान रॉयल्स अगले दो साल तक आइपीएल में नजर नहीं आयेंगी. सीएसके और राजस्थान पर बैन के बाद उन खिलाड़ियों का भविष्य अधर में लटक गया है, जो दोनों टीमों की ओर से खेलते हैं. चेन्नई और राजस्थान के करीब 11 खिलाड़ी टीम इंडिया की ओर से भी खेलते हैं. टीम इंडिया में चेन्नई की ओर से खेलनेवालों में धौनी, जडेजा, रैना, अश्विन, मोहित शर्मा और आशीष नेहरा शामिल हैं. राजस्थान रॉयल्स के जो चार खिलाड़ी टीम इंडिया की ओर से खेलते हैं, उनमें अजिंक्या रहाणो, स्टुअर्ट बिन्नी, धवल कुलकर्णी और संजू सैमसन शामिल हैं. इन 11 खिलाड़ियों में से सात खिलाड़ी वो हैं, जो विश्व कप में भाग लेनेवाली भारतीय टीम में शामिल थे. देखना यह है कि इन खिलाड़ियों के बगैर आइपीएल नौ और 10 कितना सफल हो पाता है.
1. दोनों टीमों की फिर से हो नीलामी : बीसीसीआइ सीएसके और राजस्थान टीम की फिर से नीलामी कराये व नये मालिक व नाम के साथ ये टीमें लीग में हिस्सा लें.
समस्या
लोढ़ा समिति ने इन टीमों पर दो साल का प्रतिबंध ही लगाया है. ऐसे में ये फ्रेंचाइजी हमेशा के लिए आइपीएल से बाहर किये जाने की स्थिति में कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं.
2. छह टीमों के साथ आयोजन : बीसीसीआइ आइपीएल 9 (2016) और आइपीएल 10 (2017) में छह टीमों की भागीदारी वाली लीग का आयोजन करे.
समस्या
चेन्नई और राजस्थान की टीम में मौजूद 50 खिलाड़ियों का क्या होगा. क्या इन दो सालों के लिए इन्हें पेमेंट किया जायेगा. अगर हां तो पेमेंट कौन करेगा?
3. दो अंतरिम टीमों का हो गठन : आइपीएल-9 और 10 के लिए दो अंतरिम टीमों का गठन हो और 2018 से सीएसके और और रॉयल्स की वापसी हो.
समस्या
दो साल में टीम के संचालन पर होने वाले खर्च को कौन वहन करेगा. क्या बोर्ड इन टीमों के खिलाड़ियों का पेमेंट करेगा.