विराट कोहली के आक्रामक तेवर से खिलाड़ी होते हैं उत्साहित : शिखर धवन

चेन्नई: भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के आक्रामक तेवर की चाहे कितनी भी निंदा की जा रही हो, लेकिन यह सच है कि भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने कहा कि कप्तान विराट कोहली के नियंत्रित और आक्रामक तेवरों से पूरी टीम प्रभावित है और इससे खिलाड़ियों को मैदान पर अधिक आक्रामकता अपनाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2015 2:23 PM

चेन्नई: भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के आक्रामक तेवर की चाहे कितनी भी निंदा की जा रही हो, लेकिन यह सच है कि भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने कहा कि कप्तान विराट कोहली के नियंत्रित और आक्रामक तेवरों से पूरी टीम प्रभावित है और इससे खिलाड़ियों को मैदान पर अधिक आक्रामकता अपनाने के लिए प्रेरणा मिलती है.

धवन ने श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला से पूर्व कहा, वह ( कोहली ) वास्तव में मैदान में नियंत्रित और आक्रामक रहता है और इससे सभी खिलाड़ियों में आक्रामकता आती है और हम भी विरोधी टीम के प्रति अधिक आक्रामक हो जाते हैं. धवन और कोहली लंबे समय से मित्र हैं और दिल्ली के लिए रणजी ट्राफी में खेलते रहे हैं. उनकी दोस्ती के बारे में पूछने पर बायें हाथ के बल्लेबाज ने कहा, हम अब भी पहले की तरह है.

ऐसा नहीं है कि कुछ बदल गया है. यह अच्छा है कि मेरे कप्तान की मुझसे कुछ उम्मीदें हैं और मुझे विश्वास है कि मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन करूंगा. श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला के बारे में धवन ने कहा, यह अच्छी श्रृंखला होगी. उनकी टीम भी युवा है और हमारी टेस्ट टीम भी परिपक्व नहीं है. इसलिए अच्छी प्रतिस्पर्धा होगी. भारतीय ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने कहा कि यह अच्छी श्रृंखला होगी जिसमें दो नयी टीमें आमने- सामने होंगी.

उन्होंने कहा, जो भी टीम अपनी सरजमीं पर खेलती है फायदे में रहती है. इसलिए उन्हें पता रहेगा कि परिस्थितियां कैसी होंगी. हम उनके मजबूत और कमजोर पक्षों को देखकर तैयार हुए है. पेशेवर होने के नाते हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे. अश्विन ने कहा, श्रीलंका की परिस्थितियांस्पिनरों के अनुकूल होंगी. श्रीलंका के तेज गेंदबाजों ने भी विकेट लिये हैं और इसलिए कुछ भी हो सकता है.

हम सभी परिस्थितियों तथा विपक्षी के मजबूत पक्षों के हिसाब से खेलेंगे. बल्लेबाजी के बारे में अश्विन ने कहा, मुझे बल्लेबाजी पसंद है. मैं योगदान दे सकता हूं. मैंने पहले भी योगदान दिया है. मैं आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करता हूं और पोजीशन की बात करें तो यदि मैं इसे अधिक महत्व देने लगा तो हो सकता है कि मैं योगदान नहीं दे पाऊं.

Next Article

Exit mobile version