गाले : क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और श्रीलंका ने पहले क्रिकेट टेस्ट में हार की कगार पर पहुंचकर पासा पूरी तरह पलटते हुए भारत को चौथे दिन 63 रन से हराकर इसे साबित कर दिया. जीत के लिये 176 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 49.5 ओवर में सिर्फ 112 रन पर आउट हो गयी. इस जीत से श्रीलंका ने तीन मैचों की श्रृंखला में 1.0 की बढत बना ली. उसकी जीत के नायक बायें हाथ के स्पिनर रंगाना हेराथ रहे जिन्होंने 48 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि थारिंडू कौशल को तीन विकेट मिले.
भारतीय पारी आज 41.5 ओवर में ही सिमट गयी और स्पिनरों की मददगार पिच पर मैच साढे तीन दिन में खत्म हो गया. इस मैच को श्रीलंका की नाटकीय वापसी के लिये याद रखा जायेगा. पहली पारी में 192 रन से पिछडने के बाद मेजबान ने जिस तरह से पासा पलटा, वह काबिले तारीफ है. दूसरी पारी में उसके पांच विकेट 95 रन पर निकल गये थे लेकिन दिनेश चांदीमल ने नाबाद 162 रन बनाकर सब कुछ बदल दिया. इसके बाद से श्रीलंका ने भारत को वापसी का मौका नहीं दिया.
एक बल्लेबाज के नुकसान पर पांच गेंदबाजों को लेकर उतरने की भारत की रणनीति भी गलत साबित हुई क्योंकि आसान लक्ष्य का सामना करने के लिये उसकी बल्लेबाजी में गहराई नहीं दिखी. भारतीय बल्लेबाज रक्षात्मक मानसिकता के साथ आज मैदान पर उतरे. शिखर धवन को पहला रन बनाने के लिये 36 गेंद का इंतजार करना पडा. भारतीयों को स्पिन खेलने का महारती माना जाता है लेकिन आज बल्लेबाजों में ना तो तकनीक नजर आयी और ना ही फुटवर्क.
अजिंक्य रहाणे (36) और शिखर धवन (28) ही कुछ देर टिक सके जबकि दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहे. लंच से पहले भारत ने छह विकेट 55 रन के भीतर गंवा दिये. कौशल ने अमित मिश्रा को आउट करके भारतीय पारी का अंत किया. इस शर्मनाक हार से भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को निराशा हाथ लगी जो आजादी का जश्न जीत के साथ मनाने के मूड में थे. दोनों टीमें अब कोलंबो जायेंगी जहां 20 अगस्त से दूसरा टेस्ट खेला जाना है.
भारतीय पारी का पतन सुबह शुरू हुआ जब हेराथ ने टेस्ट क्रिकेट में 22वीं बार पांच या अधिक विकेट लिये. पहले सत्र में उन्होंने 24 रन देकर चार विकेट चटकाये. भारत ने जीत के लिये 176 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए छह विकेट 55 रन के भीतर गंवा दिये. शिखर धवन ने कल के स्कोर नाबाद 13 और ईशांत शर्मा ने नाबाद पांच रन से आगे खेलना शुरू किया था. दोनों ने काफी धीमा खेला जो भारत के लिये नुकसानदेह साबित हुआ. तेज गेंदबाजों के सात ओवरों में सिर्फ सात रन बने.
इसके बाद स्पिनरों को गेंद सौंपी गयी. ईशांत को पहली ही गेंद पर हेराथ ने पगबाधा आउट किया. चौथे नंबर पर उतरे रोहित शर्मा चार रन बनाकर हेराथ का शिकार बने.तीन ओवर बाद कप्तान विराट कोहली (3) कौशल की गेंद पर फारवर्ड शार्ट लेग में कौशल सिल्वा को कैच थमा बैठे. ड्रिंक्स ब्रेक के वक्त भारत का स्कोर चार विकेट पर 45 रन था. अजिंक्य रहाणे ने पांचवें विकेट के लिये धवन के साथ 15 रन जोडे जिससे भारत 50 के पार पहुंचा.
धवन ने 28वें ओवर में अपना विकेट गंवा दिया जिनका रिटर्न कैच कौशल ने लपका. तीन ओवर बाद रिधिमान साहा (2) भी हेराथ की गेंद पर चूके और स्टम्पिंग का शिकार हो गये. हरभजन सिंह 33वें ओवर में सिल्वा को कैच देकर लौटे. लंच के बाद भारत की हार तय हो चुकी थी और बस यह देखना बाकी था कि रहाणे उसे कब तक टाल पाते हैं. आर अश्विन ब्रेक के बाद तीसरे ओवर में मिडआन पर कैच दे बैठे.
प्रसाद ने हेराथ की गेंद पर उनका कैच लपका. अमित मिश्रा (15) ने रहाणे के साथ 7.3 ओवर बल्लेबाजी की. दोनों ने 21 रन जोडकर भारत को 46वें ओवर में 100 के पार पहुंचाया. अगले ओवर में रहाणे के आउट होते ही चमत्कारिक वापसी की भारत की उम्मीदों पर पानी फिर गया. मिश्रा को कौशल ने सिली प्वाइंट पर दिमुथ करुणारत्ने के हाथों लपकवाकर भारतीय पारी का अंत किया.