खतरे में हरभजन सिंह का क्रिकेट कैरियर, गाले में किया निराश

गाले : शनिवार की शर्मनाक हार से भारतीय टीम धीरे धीरे उबरने की कोशिश कर रही है लेकिन सुर्खियों में टीम का सबसे सीनियर खिलाड़ी हरभजन सिंह हैं जिनके खराब प्रदर्शन के बाद उनके भविष्य को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं. मैच में 40 विकेट गिरे और इनमें से दोनों टीमों के पांच विशेषज्ञ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2015 4:14 PM

गाले : शनिवार की शर्मनाक हार से भारतीय टीम धीरे धीरे उबरने की कोशिश कर रही है लेकिन सुर्खियों में टीम का सबसे सीनियर खिलाड़ी हरभजन सिंह हैं जिनके खराब प्रदर्शन के बाद उनके भविष्य को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं. मैच में 40 विकेट गिरे और इनमें से दोनों टीमों के पांच विशेषज्ञ स्पिनरों ने 31 विकेट हासिल किये लेकिन यहां पर आंकडा निश्चित तौर पर हरभजन को परेशान करेगा क्‍योंकि इन 31 विकेटों में उनके नाम पर केवल एक विकेट दर्ज है. इसके लिये उन्होंने 25 ओवरों में 90 रन भी लुटाये.

भारत के मुख्य गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने जहां दस विकेट लिये वहीं अमित मिश्रा ने भी दोनों पारियों में पांच विकेट लेकर अपनी जीवंत उपस्थिति दर्ज करायी. श्रीलंका की तरफ से थारिंदु कौशल ने आठ जबकि 37 वर्षीय रंगना हेराथ ने पहली पारी के निराशाजनक प्रदर्शन में सुधार करके दूसरी पारी में सात विकेट हासिल किये.

हेराथ ने जब मैच में पासा पलटने में अहम भूमिका निभायी वहीं हरभजन मैदान पर संघर्ष करते ही नजर आए. दिनेश चांदीमल ने इस आफ स्पिनर सहित भारतीय आक्रमण की धज्जियां उडाने में कोई कसर नहीं छोडी. कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया कि टर्बनेटर ने केवल एक अच्छा स्पैल किया लेकिन इसके बाद उन्होंने हरभजन का बचाव करते हुए कहा कि बीच में एक समय ऐसा था जबकि चांदीमल ने प्रत्येक गेंदबाज की धुनाई की.
कोहली ने 35 वर्षीय आफ स्पिनर का बचाव करते हुए कहा, दूसरी पारी में उन्होंने एक स्पैल बहुत अच्छा किया. चांदीमल के प्रत्येक गेंदबाज पर हावी होने से पहले तक वह अच्छी लय में दिख रहे थे. उस सत्र में अन्य गेंदबाजों के साथ वह भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये. हरभजन शुरु से ही लय में नहीं दिख रहे थे और मैच आगे बढने के साथ तो यह स्पष्ट दिखने लगा. पहली पारी में उन्होंने अश्विन की तुलना में शार्ट लेंथ वाली गेंदें की तथा एंजेलो मैथ्यूज और चांदीमल ने आसानी से उन्हें खेला. वह अश्विन की तरह तेज टर्न हासिल करने में नाकाम रहे और तमिलनाडु के अपने साथी की तुलना उनकी मारक क्षमता आधी थी.
यदि हरभजन की हेराथ से तुलना करें क्योंकि दोनों लगभग समान उम्र के हैं तो श्रीलंकाई स्पिनर ने पहली पारी से सबक लेकर दूसरी पारी में बहुत बढिया गेंदबाजी की लेकिन भारतीय स्पिनर ऐसा नहीं कर पाया. हेराथ ने मैच के बाद कहा था, जब आप उम्रदराज हो जाते हो तो आपको अन्य की तुलना में कुछ खास करना होता है. पिछले कुछ वर्षों में मैंने काफी अनुभव हासिल किया है. यदि मैं कुछ और सीख सकता हूं तो मैं उसके लिये तैयार हूं. हेराथ के इस बयान पर उम्मीद है कि हरभजन गौर करेंगे.

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