चेतन शर्मा ने की इशांत शर्मा की जमकर तारीफ, कहा, वह परिपक्व है
नयी दिल्ली : भारत के पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा ने इशांत शर्मा की जमकर तारीफ की है और कहा है कि वह बतौर गेंदबाज परिपक्व हो गया है और आक्रमण की बखूबी अगुवाई कर रहा है.विदेशी पिचों पर लचर प्रदर्शन के लिए आलोचना का शिकार हुए ईशांत ने श्रीलंका के खिलाफ पिछले दो टेस्ट […]
नयी दिल्ली : भारत के पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा ने इशांत शर्मा की जमकर तारीफ की है और कहा है कि वह बतौर गेंदबाज परिपक्व हो गया है और आक्रमण की बखूबी अगुवाई कर रहा है.विदेशी पिचों पर लचर प्रदर्शन के लिए आलोचना का शिकार हुए ईशांत ने श्रीलंका के खिलाफ पिछले दो टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन किया.
चेतन ने कहा , इशांत अच्छी गेंदबाजी कर रहा है. मैंने श्रीलंका में करीब आधा घंटा उससे बात की. वह काफी परिपक्व तेज गेंदबाज की तरह बात कर रहा है. वह उन शर्मीले गेंदबाजों में से नहीं हैं जो सीनियर्स से नजरें बचाते हैं. वह आकर बात करता है जिससे उसके आत्मविश्वास का पता चलता है.” उन्होंने कहा ,‘‘ उसे पता है कि वह क्या कर रहा है. उसका साथ देने के लिए वरुण आरोन और उमेश यादव जैसे प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं. भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी अभी टीम से जुड़े नहीं है.
तेज गेंदबाजी में कोई दिक्कत नहीं है. उपमहाद्वीप की पिचों पर तेज गेंदबाजों को दो तीन विकेट मिलना भी अच्छा कहा जायेगा.” अपने एक दशक के कैरियर में 23 टेस्ट और 65 वनडे खेल चुके 49 बरस के शर्मा ने कहा ,‘‘ इन गेंदबाजों में आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की पिचों पर विकेट लेने की क्षमता है. उमेश और वरुण के पास रफ्तार है. अनुभव से वे और निखरेंगे. सीनियर्स और कोचों से बात करके अनुभव आता है.
चेतन ने आर अश्विन की तारीफ की जिसने श्रीलंका में किसी भारतीय गेंदबाज के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के चेतन शर्मा के 1985 के रिकार्ड को तोड़ा. अश्विन ने 42 रन देकर पांच विकेट लिये जबकि चेतन ने 118 रन देकर पांच विकेट लिये थे. चेतन ने कहा ,‘‘ स्पिन में यदि हमारे पास अमित मिश्रा से बेहतर विकल्प होता तो इतने साल बाद उसकी वापसी कराने की जरुरत नहीं थी. या फिर हरभजन सिंह की भी.
इसके मायने हैं कि युवा स्पिनरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभरने में अभी समय लगेगा.” उन्होंने कहा ,‘‘यह मेरा सोचना है क्योंकि मैं चयन प्रक्रिया से जुडा नहीं हूं. लेकिन चयन प्रक्रिया से पता चल जाता है. ऐसे कोई स्पिनर उपलब्ध नहीं हैं जो हरभजन या मिश्रा से बेहतर हों. उनकी इतने समय बाद वापसी कराना ही स्पिन गेंदबाजी में प्रतिभाओं के अभाव की बानगी पेश करता है. लेकिन अश्विन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया जो भारतीय स्पिन आक्रमण के लिए अच्छी बात है.”