ममता बनर्जी से मिले गांगुली, अटकलबाजी शुरु
कोलकाता : पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने आज इन कयासों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की कि दिग्गज प्रशासक जगमोहन डालमिया के निधन के बाद उन्हें बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) का अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है. कैब के संयुक्त सचिव गांगुली आज डालमिया के बेटे अभिषेक के साथ […]
कोलकाता : पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने आज इन कयासों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की कि दिग्गज प्रशासक जगमोहन डालमिया के निधन के बाद उन्हें बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) का अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है. कैब के संयुक्त सचिव गांगुली आज डालमिया के बेटे अभिषेक के साथ राज्य सचिवालय पहुंचे और उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ एक घंटे तक लंबी बातचीत की.
पूर्व भारतीय कप्तान ने हालांकि इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या वह अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं या नहीं. गांगुली ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘ इस तरह की चर्चा अभी : उनके निधन के तीन दिन बाद : सही नहीं है. अटकलबाजी जारी रहेगी. किसी को कैब को चलाना होगा. इस पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि अभी केवल तीन दिन हुए हैं.
‘ डालमिया के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए गांगुली ने कहा, ‘‘मैंने अपना बेहद प्रिय व्यक्ति खो दिया. मैं बचपन से ही उनके सामने पला बढ़ा. मेरे डालमिया के साथ बेहद निजी संबंध थे. वह मेरे लिये बेहद खास थे. मैंने एक बेहद महत्वपूर्ण व्यक्ति गंवा दिया. ‘ डालमिया का श्राद्ध दो अक्तूबर को होगा और अभिषेक ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को आमंत्रित करने के लिये गये थे. अभिषेक ने कहा, ‘‘दो अक्तूबर को मेरे पिताजी का श्राद्ध होगा. मैं मुख्यमंत्री को आमंत्रित करने के लिये गया था जिन्होंने उनके (डालमिया) निधन के बाद भी हमें पूरा सहयोग दिया. वह हमें बहुत सम्मान देती हैं. मैं उनका आभार व्यक्त करने के लिये गया था. ‘
यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि गांगुली वहां सहयोग मांगने के लिये गये थे लेकिन डालमिया के निधन के तीन बाद हुई इस बैठक को लेकर अटकलबाजियों का बाजार गर्म हो गया. लेकिन यह देखना होगा कि पूर्व कप्तान गांगुली जो कि क्रिकेट प्रशासन में बिल्कुल नये हैं, वास्तव में कैब को संभाल पाएंगे जिसमें 121 मान्यता प्राप्त इकाईयां हैं. यह पता चला है कि गांगुली कुछ सदस्यों के लिये सर्वसम्मत पसंद नहीं हैं क्योंकि चित्रक मित्रा, गौतम दासगुप्ता, टीएमसी के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी भी इस सीट के लिये दावेदारी पेश कर सकते हैं.
राज्य के एक मंत्री ने कहा कि सरकार का कैब के कामकाज से कोई लेना देना नहीं है लेकिन गांगुली पश्चिम बंगाल का गौरव है. उन्होंने कहा, ‘‘कैब अध्यक्ष चुनावों से राज्य सरकार का कोई लेना देना नहीं है. हम इसको लेकर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. लेकिन हां सौरव बंगाल का गौरव है. ” कैब में जिन 121 इकाईयों को मताधिकार हासिल है, उनमें 94 कोलकाता के प्रथम और द्वितीय श्रेणी के क्लब, 18 जिला इकाईयां, आठ विश्वविद्यालय और एक कार्यालय खेल महासंघ शामिल हैं.