डालमिया के दुनिया भर में सिर्फ मित्र थे : गांगुली

कोलकाता : दिवंगत जगमोहन डालमिया को श्रद्धांजलि देते हुए बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने आज कहा कि बीसीसीआई का यह पूर्व प्रमुख एक ऐसा प्रशासक था जिसके दुनिया भर में सिर्फ मित्र थे. डालमिया का 20 सितंबर को निधन हो गया था. वर्ष 1977 से प्रशासन के क्षेत्र में जुडे डालमिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2015 9:36 PM

कोलकाता : दिवंगत जगमोहन डालमिया को श्रद्धांजलि देते हुए बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने आज कहा कि बीसीसीआई का यह पूर्व प्रमुख एक ऐसा प्रशासक था जिसके दुनिया भर में सिर्फ मित्र थे. डालमिया का 20 सितंबर को निधन हो गया था. वर्ष 1977 से प्रशासन के क्षेत्र में जुडे डालमिया राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट प्रशासन में सभी शीर्ष पदों पर रहे.

गांगुली ने कैब की शोक सभा में कहा, ‘‘एक चीज हमेशा मेरे दिमाग में रहेगी कि मैं दुनिया भर में मैं जहां भी गया वहां लोग उन्हें याद करते थे. आप हमेशा सत्ता में नहीं रह सकते, यह प्रकृति का नियम है. वह हमेशा अध्यक्ष नहीं रहे लेकिन इसके बावजूद मैं जहां भी गया, यह चाहे न्यूजीलैंड हो, वेस्टइंडीज, इंग्लैंड या पाकिस्तान, सभी ने उनको ‘सलाम’ कहा.” उन्‍होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान में लोग कहते थे उनको मेरा सलाम देना, इंग्लैंड में कहते थे उनको मेरा नमस्कार कहना.
जब आप प्रशासक बनते हो तो आपके दोस्त और दुशमन होते हैं लेकिन वह ऐसे व्यक्ति थे जिनके दुनिया भर में चाहने वाले थे.” ईडन गार्डन्स पर शोक सभा में पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर और वीवीएस लक्ष्मण, बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी, कैब के पदाधिकारियों, वरिष्ठ सदस्यों और डालमिया के परिवार ने हिस्सा लिया.
भावुक गांगुली ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि उन्हें क्या बुलाउं. उन्हें जग्गुदा कहूं या मिस्टर डालमिया इसलिए आज मैं उन्हें ‘सर’ कह रहा हूं.” उन्‍होंने कहा, ‘‘मैं निजी तौर पर दुखी हूं कि उन्हें अध्यक्ष की कुर्सी और उनके घर पर नहीं देख पाउंगा. लेकिन आप कह सकते हैं कि मुझे गर्व है कि अंतिम समय में वह बीसीसीआई अध्यक्ष के रुप में शीर्ष पर रहे.” डालमिया के परिवार में पत्नी चंद्रलेखा, बेटी वैशाली, बेटा अभिषेक, बहू कोइली और पोता आदित्य हैं. गांगुली को कैब का अगला अध्यक्ष नियुक्त करने का स्वागत करते हुए मांजरेकर ने कहा कि इस पूर्व भारतीय कप्तान को क्रिकेट प्रशासन में डालमिया को अपना आदर्श बनाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छा है कि कई मायनों में डालमिया के शागिर्द रहे सौरव गांगुली अब जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि वे डालमिया को अपना आदर्श बनाएंगे. मैं उन्हें शुभकामना देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएंगे.” लक्ष्मण ने कहा कि यह डालमिया की विरासत है कि दुनिया भर में भारतीय क्रिकेटरों के साथ इतना अच्छा व्यवहार किया जाता है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरे क्रिकेट जगत के लिए बड़ा नुकसान है. वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने क्रिकेट की असली कीमत पहचानी. मुझे याद है कि वह यहां क्रिकेट सलाहकार समिति की पहली बैठक में कांफ्रेंस के जरिये जुडे थे और श्रीलंका श्रृंखला में जीत के बाद वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर काफी रोमांचित थे.” लक्ष्मण ने कहा कि 1996 में हुआ विश्व कप भारतीय क्रिकेट के लिए टर्निंग प्वाइंट रहा.

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