नयी दिल्ली : आईसीसी चेयरमैन एन. श्रीनिवासन ने आज उच्चतम न्यायालय में सुनवाई के दौरान बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर के खिलाफ झूठी गवाही देने की अर्जी वापस ले ली. पता चला है कि बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने तमिलनाडु क्रिकेट संघ टीएनसीए के प्रतिनिधि पीएस रमन से कहा था कि वह श्रीनिवासन को उनका यह संदेश दें कि उन्होंने झूठी गवाही का मामला वापस लेने का आग्रह किया है.
बीसीसीआई ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सुनवाई के लिए मामला रखे जाने और दोनों पक्षों की बात सुनने तथा यह पता लगने पर कि शीर्ष अदालत सुनवाई के पक्ष में नहीं है, श्रीनिवासन के वकील कपिल सिब्बल ने झूठी गवाही की अर्जी वापस ले ली.
हितों के टकराव संबंधी मामले में उच्चतम न्यायालय ने कहा कि वे 22 जनवरी को अपने आदेश में इस बारे में फैसला दे चुके हैं और यह मामला अंतिम आदेश के लिए रखा गया है इसलिए बोर्ड अपने इस दृष्टिकोण पर डटे रहने के लिये स्वतंत्र है कि वह उस समय तक हितों के टकराव से प्रभावित हैं जब तक कोई अदालत इस राय को पलटती नहीं है.