…….और रो पड़े दर्शक
कानपुर : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले एक दिवसीय मैच में भारत की हार के बाद दर्शकों ने कटक की तरह कोई उत्पात तो नहीं मचाया लेकिन जीत के करीब पहुंचने के बावजूद हार मिलने से कई दर्शकों की आंखें छलछला गयी जबकि अधिकतर क्रिकेट प्रेमी मायूस होकर घर लौटे. ग्रीन पार्क में […]
कानपुर : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले एक दिवसीय मैच में भारत की हार के बाद दर्शकों ने कटक की तरह कोई उत्पात तो नहीं मचाया लेकिन जीत के करीब पहुंचने के बावजूद हार मिलने से कई दर्शकों की आंखें छलछला गयी जबकि अधिकतर क्रिकेट प्रेमी मायूस होकर घर लौटे.
ग्रीन पार्क में पहली बार इस क्रिकेट मैच में पवेलियन छोर का नाम बदलकर परमट छोर कर दिया गया है. अब पवेलियन दूसरी तरफ नया बन गया है इस लिये जब उस तरफ से गेंदबाजी शुरु हुई तो पहले तो कमेंटटर ने उसे पवेलियन छोर ही बोले लेकिन तब उन्हें बताया गया कि वहां से पवेलियन हटाकर दूसरी तरफ कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के अधिकारियों ने बताया कि उस तरफ एक पुराना मंदिर परमट है जिसके नाम पर इस छोर का नाम रखा है. उसके बाद कमेंटटरों ने परमट छोर बोलना शुरु कर दिया.
यूं तो मैच सुबह नौ बजे से आरंभ होना था और दर्शको को ग्रीन पार्क स्टेडियम में प्रवेश सुबह साढे छह बजे से दी जानी थी लेकिन दर्शकों की लंबी लंबी कतारें सुबह पांच बजे से ही स्टेडियम के सभी गेंटों पर लग गयी थी. सुबह आठ बजे तक स्टेडियम पूरी तरह से भर चुका था. इस बीच हमेशा की तरह देर से आने वाले दर्शका बाहर ही खडे रहे.
इन दर्शकों ने स्टेडियम में हंगामा भी किया लेकिन पुलिस ने उन्हें स्टेडियम के बाहर से भगा दिया. प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी स्टेडियम में बिना टिकट और अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के परिजनों ने मुफ्त में मैच का आनंद लिया और टिकट खरीदने वाले दर्शक मैदान के बाहर ही रह गये.
स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को अपने घरेलू मैदान ग्रीन पार्क में खेलने वाले उत्तर प्रदेश के दो खिलाडियों बल्लेबाज सुरेश रैना और भुवनेश्वर कुमार से काफी उम्मीदे थी लेकिन दोनों के नाकाम रहने से उनके प्रशंसकों को निराशा हुई. भुवनेश्वर की गेंदों पर जब 48वें ओवर की पहली और दूसरी गेंद पर लगातार दो छक्के पडे तब दर्शकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की. इसी तरह जब रैना ने बल्लेबाजी के लिये तो दर्शक उत्साहित हो गये लेकिन बायें हाथ का यह बल्लेबाज केवल तीन रन बनाकर आउट हो गया.
स्टेडियम में इससे सन्नाटा पसर गया. इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी आउट होने से दर्शक उठकर अपने अपने घर जाने लगे. इससे दर्शकों की उम्मीद समाप्त हो गयी थी. जिला प्रशासन के दावों के बावजूद स्टेडियम में लगे स्टालों में तीन गुना कीमत पर खाने की वस्तुएं बेची गयी.
पानी की बोतल 50 रुपये की, समोसा 20 रुपये का, छोला भटूरा 60 रुपये का जबकि चाय 20 रुपये में बिकी. कानपुर के ग्रीन पार्क तथा आसपास के इलाके को प्रशासन ने नो टोबैको जोन घोषित कर रखा था और सिगरेट और पान मसाला बेचने वाले और खरीदने वाले पर जुर्माने का प्रावधान किया था लेकिन ग्रीन पार्क के अंदर बने खाने के स्टालों पर सिगरेट और पान मसाला बिक रहा था. मैच में अव्यवस्था का आलम यह था कि एक पूर्व खिलाड़ी और अब कमेंटेटर के साथ फोटो खिंचाने के लिये दर्शकों हुजूम उमड पडा. बाद में पुलिस अधिकारियों ने उस खिलाड़ी को दर्शकों से दूर किया.