कोलकाता : पूर्व भारतीय विकेटकीपर फारुख इंजीनियर ने आलोचकों के निशाने पर चल रहे भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें चुका हुआ कहने का समय अभी नहीं आया है. इंजीनियर ने कहा, ‘‘धौनी ने अब तक अच्छी भूमिका निभायी है. मुझे वह पसंद है. वह मुझे उन दिनों की याद दिलाता है जब मैं युवा था.
प्रत्येक के अच्छे दिन होते हैं. उसने देश की सेवा अच्छी तरह से की है. हमें उसे चुका हुआ घोषित करने में बहुत दिलचस्पी नहीं दिखानी चाहिए. ‘ कलकत्ता खेल पत्रकार क्लब के मीडिया से बातचीत कार्यक्रम में 77 वर्षीय इंजीनियर ने कहा, ‘‘हमें यह फैसला धौनी पर ही छोड़ देना चाहिए कि वह कब अपने करियर का अंत करना चाहते हैं. ‘ धौनी की अगुवाई में भारत ने हाल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 और वनडे श्रृंखला गंवायी.
भारत अब दक्षिण अफ्रीका से चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेगा जिसमें विराट कोहली टीम की अगुवाई करेंगे. इंजीनियर से पूछा गया कि क्या अब समय आ गया है कि सीमित ओवरों की कप्तानी भी कोहली को सौंपी जानी चाहिए, उन्होंने कहा, ‘‘कोहली शानदार खिलाडी है और कप्तान बनने का हकदार है लेकिन हमें उसे समय देना होगा. हमें इसके साथ अपने पास मौजूद कौशल का भी बचाव करना होगा. ‘ उन्होंने कहा कि यदि कोहली की अगुवाई वाली टीम सीमित ओवरों की हार के बाद वापसी करती है तो यह दिलचस्प होगा.
इंजीनियर ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैचों में आपके जज्बे की परीक्षा होगी. यदि वे इन हार से उबरकर वापसी करने में सफल रहते हैं तो इससे टीम के जज्बे का पता चलेगा. ‘ क्या विकेटकीपर को अच्छा बल्लेबाज भी होना चाहिए, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह गलत थ्योरी है. उसे पहले विकेटकीपर होना चाहिए. ‘
इंजीनियर ने कहा कि उन्होंने डंकन फ्लैचर को कभी अच्छा कोच नहीं माना है. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने वास्तव में कभी फ्लैचर को अच्छा कोच नहीं माना. वह क्या है. उसने क्या किया. गैरी कर्स्टन ने अच्छा काम किया लेकिन मेरा मानना है कि भारतीय मैनेजर बेहतर होगा.’ उन्होंने कहा कि क्रिकेट में मैच फिक्सिंग के लिये कोई जगह नहीं होनी चाहिए. इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मैच फिक्सरों के लिये खेल में कोई जगह नहीं होनी चाहिए. उन पर प्रतिबंध लगाओ. वे अपनी टीम के साथियों और देश को नीचा दिखाते हैं.
मुझे खुशी है कि मोहम्मद आमिर को छूट मिली है लेकिन अन्य दो (मोहम्मद आसिफ और सलमान बट) की वापसी नहीं होनी चाहिए थी क्योंकि उन्होंने उसे इसमें घसीटा. ‘ इंजीनियर ने टेस्ट मैचों में दर्शकों की घटती संख्या पर भी नाखुशी जतायी. उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड-पाकिस्तान टेस्ट मैच को केवल 200 लोग देख रहे थे. टेस्ट ऐसा नहीं होता. क्या यह क्रिकेट का अग्रणी प्रारुप है. इससे मानक तय होते हैं. अन्य किसी प्रारुप का स्वागत है. ‘ उन्होंने सौरव गांगुली को बंगाल क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनने पर भी बधाई दी.