फिट होने के बाद भी शमी की टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद नहीं
नयी दिल्ली : अच्छे तेज गेंदबाजों की कमी की समस्या से जूझ रहा भारतीय टीम प्रबंधन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगले महीने नागपुर और दिल्ली में होने वाले अंतिम दो टेस्ट के लिए बंगाल के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को नहीं चुनने पर विचार कर सकता है जिससे कि वह अगले साल होने वाले आईसीसी […]
नयी दिल्ली : अच्छे तेज गेंदबाजों की कमी की समस्या से जूझ रहा भारतीय टीम प्रबंधन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगले महीने नागपुर और दिल्ली में होने वाले अंतिम दो टेस्ट के लिए बंगाल के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को नहीं चुनने पर विचार कर सकता है जिससे कि वह अगले साल होने वाले आईसीसी विश्व टी20 के लिए पूरी तरह फिट हो जाएं.
घुटने की सर्जरी कराने वाले शमी अब भी इससे उबर रहे हैं और उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिहैबिलिटेशन शुरु कर दिया है. वह 60 प्रतिशत फिट हैं लेकिन पूर्ण मैच फिटनेस हासिल करने में अभी कुछ समय लगेगा.
शमी के बचपन के कोच बदरुद्दीन सिद्दिकी ने कहा, ‘‘मैंने कुछ समय पहले शमी से बात की और उसने कहा कि वह 60-70 प्रतिशत फिट है. वह अब भी पूरी ताकत के साथ गेंदबाजी नहीं कर रहा है. इस तरह की संभावना है कि वह दिल्ली (तीन दिसंबर से) में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट तक मैच फिट हो जाए लेकिन मैंने सुना है कि टीम प्रबंधन ने उससे कहा है कि आस्ट्रेलिया दौरे और अगले साल विश्व टी20 के लिए उसकी जरुरत है और उनके उसे लेकर जोखिम नहीं उठाने की संभावना है. ‘
बदरुद्दीन ने कहा, ‘‘शमी को यकीन है कि जनवरी में ऑस्ट्रेलिया में जब सीमित ओवरों की श्रृंखला होगी तो वह उस समय तक पूरी तरह से मैच फिट हो जाएगा. इसके बाद बड़ी प्रतियोगिता विश्व टी20 है. उसे कहा गया है कि अंतिम टेस्ट के लिए आपके आने से खुशी होगी लेकिन हम विश्व टी20 में आपकी कमी नहीं महसूस करना चाहते. शमी इसी दिशा में काम कर रहा है.’ इस कोच ने कहा कि शमी को पहले बंगाल के लिए रणजी ट्राफी या विजय हजारे ट्राफी में खेलना होगा.
बंगाल टीम प्रबंधन के अनुसार संभावना है कि बंगाल रणजी ट्राफी में जब अपना अंतिम ग्रुप मैच खेले या विजय हजारे ट्राफी में पूर्व क्षेत्र चरण की शुरुआत करे तो शमी की प्रतिर्स्धी क्रिकेट में वापसी हो सकती है.