क्यूरेटर सुधीर नाइक ने शास्त्री, अरुण के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

मुंबई : वानखेडे स्टेडियम के क्यूरेटर सुधीर नाइक ने बीसीसीआई के लिये कडे शब्दों में पत्र लिखकर उससे भारतीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है. इन दोनों पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच के दौरान नाइक को अपशब्द कहने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2015 4:51 PM

मुंबई : वानखेडे स्टेडियम के क्यूरेटर सुधीर नाइक ने बीसीसीआई के लिये कडे शब्दों में पत्र लिखकर उससे भारतीय टीम के निदेशक रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है. इन दोनों पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच के दौरान नाइक को अपशब्द कहने का आरोप है.

यह विवाद तब पैदा हुआ जब दक्षिण अफ्रीका ने निर्णायक मैच में चार विकेट पर 438 रन का विशाल स्कोर खडा किया और शास्त्री ने पिच को लेकर नाइक को कड़ी टिप्पणी की. नाइक ने आरोप लगाया कि शास्त्री ने उन्हें अपशब्द कहे लेकिन भारतीय टीम निदेशक ने इसका खंडन किया. नाइक के अनुसार भारतीय टीम प्रबंधन टर्न लेने वाली पिच चाहता था लेकिन क्यूरेटर को उनके निर्देश से केवल दो दिन पहले अगवत कराया गया था. नाइक ने अपने पत्र में लिखा है, ‘‘जब भी यहां अंतरराष्ट्रीय मैच होता है तो बीसीसीआई (टीम प्रबंधन) कम से कम 10-12 दिन पहले अपनी जरुरतों के बारे में बता देता है.
इस बार हमें कोई संदेश नहीं मिला इसलिए हमने बल्लेबाजी के लिये अनुकूल विकेट तैयार कर दिया. मैच से दो दिन पहले हमें टर्निंग विकेट तैयार करने का संदेश मिला. ” उन्होंने कहा, ‘‘विकेट पहले से ही तैयार कर दिया गया था. अब जो भी किया जा सकता था वह किया गया जैसे पानी नहीं देना, घास काटना और बहुत कम रोलिंग करना. ”
नाइक ने कहा, ‘‘टीम प्रबंधन केवल गुडलेंथ एरिया में पानी देने के लिये कह रहा था. क्यूरेटर के रुप में हमें यह सही नहीं लगा क्योंकि पिच दो तरह की दिखती. इसके अलावा बीसीसीआई क्यूरेटर धीरज प्रसन्ना ने भी हमें पानी नहीं देने की सलाह दी थी. ” उन्होंने कहा, ‘‘पहली पारी के बाद रवि शास्त्री ने मुझसे कहा, अच्छा काम किया सुधीर. बहुत अच्छा विकेट है.
इस पर मैंने आभार व्यक्त किया. इसके बाद वह मुझे गाली देने लगे और ड्रेसिंग रुम में चले गये. हमने भरत अरुण के खिलाफ भी शिकायत की है. उन्होंने मेरे सहायक रमेश महामुंकर पर पिच में पानी देने के लिये दबाव बनाया. बाद में वे उस पर चिल्लाने लगे. ‘‘तुमने हमारी सुनी नहीं. मैं कल रात से तुम्हें बोल रहा हूं. तुमने मेरी बात नहीं मानी.
” नाइक ने कहा, ‘‘मैं प्रबंधन से पूछना चाहता था कि भरत अरुण कौन है और किस हैसियत से वह मेरे सहायक पर चिल्लाया। उसका काम गेंदबाजों को कोचिंग देना है. इसके तुरंत बाद रवि शास्त्री ने मेरे लिये अपशब्द कहे. मेरा आपसे आग्रह है कि इन दोनों रवि शास्त्री और भरत अरुण को फटकार लगायी जाए. ”

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