मोहाली : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले आर अश्विन को टीम का ट्रंपकार्ड बताते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आज कहा कि टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों की भूमिका हमेशा बल्लेबाजों से महत्वपूर्ण होती है. कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ यदि हमारे पास छह बल्लेबाज और एक विकेटकीपर है और उसके बाद हम 500 रन बनाते हैं लेकिन एक गेंदबाज कम है तो एक ना एक सत्र में काफी रन दिये जायेंगे और विकेट नहीं मिलेगी.’
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कोहली ने अश्विन को बताया टीम का ”ट्रंपकार्ड”
मोहाली : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले आर अश्विन को टीम का ट्रंपकार्ड बताते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आज कहा कि टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजों की भूमिका हमेशा बल्लेबाजों से महत्वपूर्ण होती है. कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ यदि हमारे […]
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि शीर्ष पांच बल्लेबाजों को रन बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिये. विकेटकीपर को मिलाकर छह बल्लेबाज हो जाते हैं और हरफनमौला भी योगदान देते हैं.’ गेंदबाजों की भूमिका पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि टेस्ट मैचों में नतीजा अक्सर गेंदबाजों के प्रदर्शन पर निर्भर होता है. उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा मानना है कि गेंदबाज ही आपको टेस्ट मैच जिताते हैं.
लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्लेबाज कठिन हालात से बमुश्किल निकाल पाते हैं. गेंदबाजों की भूमिका टेस्ट मैच में बल्लेबाजों से अहम होती है.’ बाजू में खिंचाव के कारण पिछले चार वनडे से बाहर रहे अश्विन फिट हैं और कोहली ने स्वीकार किया कि वह पीसीए की टर्न लेती पिच पर भारत के ट्रंपकार्ड होंगे.
कोहली ने कहा ,‘‘पिछले दो तीन साल से वह टेस्ट क्रिकेट में ट्रंपकार्ड रहा है. उसने स्पिनरों की मददगार पिचों पर हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है. वह अपने खेल को अलग ही स्तर तक ले गया है. उसने श्रीलंका में बेहतरीन गेंदबाजी की और साबित कर दिया कि वह दुनिया के शीर्ष दो तीन स्पिनरों में से है. बतौर कप्तान मुझे खुशी है कि वह मेरी टीम में है.’
कल अपना 27वां जन्मदिन मनाने जा रहे कोहली ने कहा कि अपनी सरजमीं पर पहले टेस्ट में कप्तानी के लिये वह उतरेंगे तो यह दिन खास होगा. उन्होंने कहा ,‘‘ मेरे लिये कल का दिन खास है चूंकि भारत में पहली बार टेस्ट में कप्तानी कर रहा हूं. यह मेरा जन्मदिन भी है तो रोमांच दुगुना हो गया है.’ वानखेडे स्टेडियम पर आखिरी वनडे में पिच से भारतीय खेमा ज्यादा खुश नहीं था. कोहली ने भी मेजबान टीम के अनुकूल पिचें बनाई जाने की हिमायत करते हुए कहा कि इस पर तो बहस होनी ही नहीं चाहिये क्योंकि हर मेजबान को यह अधिकार होता है कि वह अपने अनुकूल पिचें बनाये.
उन्होंने कहा ,‘‘ जब भी हम विदेश दौरा करते हैं तो पिचों पर कोई बात नहीं होती. हर कोई यही कहता है कि हम गेंदबाजों का सामना नहीं कर पाये या हमारे गेंदबाज नाकाम रहे. हम कभी शिकायत नहीं करते.’
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