कोहली ने कहा, एबी का सम्मान और नेत्रहीन क्रिकेटरों पर गर्व

बेंगलुरु : विराट कोहली आम तौर पर अधिकांश सवालों का विस्तृत जवाब देते हैं और भारतीय टेस्ट कप्तान उचित जवाब देने से पीछे हटने में विश्वास नहीं रखते. इसी तरह जब कोहली से अपना 100वां टेस्ट खेलने जा रहे रायल चैलेंजर्स बेंगलूर टीम के उनके साथी एबी डिविलियर्स के बारे में पूछा गया तो उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2015 6:01 PM

बेंगलुरु : विराट कोहली आम तौर पर अधिकांश सवालों का विस्तृत जवाब देते हैं और भारतीय टेस्ट कप्तान उचित जवाब देने से पीछे हटने में विश्वास नहीं रखते. इसी तरह जब कोहली से अपना 100वां टेस्ट खेलने जा रहे रायल चैलेंजर्स बेंगलूर टीम के उनके साथी एबी डिविलियर्स के बारे में पूछा गया तो उनके शब्दों में अपने इस आईपीएल साथी के प्रति सम्मान साफ झलक रहा था.

कोहली ने कहा, ‘‘मैं 100वां टेस्ट खेलने के लिए उन्हें बधाई देना चाहता हूं. व्यक्तिगत तौर पर मैं उसे अच्छी तरह जानता हूं. वह काफी अच्छा इंसान है. एक विरोधी के रुप में वह कड़ा क्रिकेट खेलता है. एक बल्लेबाज के रुप में वह दुनिया के शीर्ष चार-पांच बल्लेबाजों में शामिल है. मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता. उसका खेल और वह किस तरह का इंसान है ये सभी देख सकते हैं. मेरे लिए वह काफी अच्छा क्रिकेटर और काफी अच्छा व्यक्ति है.” जब किसी ने कोहली से दिवाली की शाम भारत की दृष्टि बाधित क्रिकेट टीम के साथ बिताने के बारे में पूछा तो उनके चेहरे पर खुशी थी.
कोहली ने कहा, ‘‘क्रिकेटरों से मिलना शानदार रहा जो उतने सक्षम :दृष्टि के नजरिये से: नहीं हैं. जिनके पास शारीरिक क्षमता के रुप में वह सामर्थ्य नहीं है जो हमारे पास है. लेकिन इसके बावजूद जज्बा और यह शानदार खेल खेलने की भूख है. उनके साथ मुलाकात शानदार रही विशेषकर यह जानते हुए कि हम किसी के जीवन में अंतर पैदा कर सकते हैं और खेल को और जज्बे के साथ खेलने और किसी विशेष खेल में देश को जीत दिलाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं.”
कोहली ने कहा, ‘‘कल का दिन मेरे लिए और हमारे साथ जुडे अन्य लोगों के लिए भी काफी संतोषजनक लम्हा रहा, यह जानते हुए कि हमारी टीम ने विश्व कप जीता है और वे हमें देखकर काफी रोमांचित थे. वे हमारे से प्रेरित होंगे और इससे हम और कडी मेहनत करना चाहेंगे और उन्हें वह करने के लिए प्रेरित करेंगे जो हम कर रहे हैं. निश्चित तौर पर यह बेहद खास दिवाली थी.” लेकिन जैसे ही किसी ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में जो हो रहा है उस पर उनका नजरिया जानना चाहा तो उनकी खुशी बनावटी हंसी में बदल गई और उन्हें संक्षिप्त जवाब दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं क्या कह सकता हूं. मैं वह नहीं हूं जिसे दस्तावेज जमा कराने हैं या चीजें स्पष्ट करनी हैं इसलिए यह मेरे मतलब की चीज नहीं है. क्रिकेट कहीं भी खेला जा सकता है.”

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