उन हालात में 288 रन बनाकर भी जीतना मुश्किल था : धोनी

विशाखापत्तनम : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज के हाथों दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में मिली हार के लिये ‘ओस’ को कसूरवार ठहराते हुए कहा कि इससे उनकी टीम के लिये गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण करना मुश्किल हो गया था. धोनी ने कहा कि कल टास हारने से उनकी टीम को नुकसान हुआ क्योंकि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2013 12:10 PM

विशाखापत्तनम : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज के हाथों दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में मिली हार के लिये ‘ओस’ को कसूरवार ठहराते हुए कहा कि इससे उनकी टीम के लिये गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण करना मुश्किल हो गया था.

धोनी ने कहा कि कल टास हारने से उनकी टीम को नुकसान हुआ क्योंकि बाद में ओस की भूमिका अहम हो गई थी.मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा ,‘‘ टास हारना नुकसानदेह रहा. इस समय इतनी जल्दी ओस गिरने की उम्मीद नहीं थी. पहले ओवर से ही काफी ओस थी और आउटफील्ड पूरी गीली थी. तेज गेंदबाजों को स्विंग नहीं मिल रही थी और स्पिनरों को तो बिल्कुल मदद नहीं मिली.’’

उन्होंने कहा ,‘‘ ओस के कारण हमें नुकसान हुआ लेकिन खेल में यह सब चलता था. इतनी ओस के कारण फील्डिंग करना भी मुश्किल हो गया था. हमने देखा के कई बार फील्डरों ने गेंद विकेटकीपर की तरफ फेंकी लेकिन वह शार्ट थर्डमैन की तरह चली गई.’’

धोनी ने युवराज सिंह का भी बचाव किया जिन्होंने लैंडल सिमंस का कैच उस समय छोड़ा जब वह 43 रन पर थे. बाद में सिमंस ने 62 रन बनाये.उन्होंने कहा ,‘‘ गेंदबाजी और बल्लेबाजी को छोड़ दीजिये, कैच कोई भी टपका सकता है. इस पर ज्यादा समीक्षा की जरुरत नहीं है.’’धोनी ने कहा ,‘‘ हम चाहते हैं कि युवी अच्छा प्रदर्शन करे. वह चौथे नंबर पर उम्दा बल्लेबाजी कर सकता है. पिछले कुछ मैचों में वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका है लेकिन कई बार ऐसा होता है. जब आप दबाव में होते हैं तो पहली 15 . 20 गेंद काफी महत्वपूर्ण हो जाती हैं.’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यदि आप उस दौर से उबर नहीं पाते तो सोचने की जरुरत है. सभी को पता है कि युवराज कितने प्रतिभाशाली है. एक बार कुछ रन बन जाते हैं तो आपको एक अलग युवराज सिंह देखने को मिलेगा.’’धोनी ने कहा ,‘‘ आत्मविश्वास लौटने के बाद वह पूरे टूर्नामेंट या श्रृंखला में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं. वह यह सुनिश्चित करते हैं कि टीम टूर्नामेंट जीते.’’

यह पूछने पर कि सुरेश रैना को पांचवें नंबर पर क्यो भेजा गया , भारतीय कप्तान ने कहा ,‘‘ युवराज कुछ दबाव में हैं. हम चाहते थे कि वह अपने क्रम पर सहज रहे. उसने चौथे नंबर पर अच्छी बल्लेबाजी की है. हम पूरी श्रृंखला में उसे एक क्रम देना चाहते थे. रैना ने पांचवें नंबर पर अच्छा प्रदर्शन किया है. हम यह विकल्प देख रहे थे. हमारा लक्ष्य युवी पर से कुछ दबाव पर करना है.’’

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